शुक्र ग्रह को हमेशा से ही सौंदर्य का, भाग्य का, प्रेम का कारक ग्रह माना जाता है। कोई भी ग्रह-नक्षत्र की राशि परिवर्तन का प्रभाव हर जातक पर पड़ता ही है।
शुक्रदेव वर्तमान में उच्च राशि पर मीन राशि में विराजमान हैं, परंतु फाल्गुन शुक्ल की षष्ठी या मार्च माह की 4 तारीख से वक्री हो गए हैं। अब 15 अप्रैल को शुक्र मार्गी होंगे।
आइए, जानते हैं कि किस राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव?
मेष राशि का स्वामी मंगल है, जो शुक्र के साथ सम माने जाते हैं। शुक्र के वक्री होने से इसका मिला-जुला असर रहने के आसार हैं। एक और शुक्र के प्रभाव से लाभ संभव है। धन प्राप्ति के योग बनेंगे लेकिन शुक्र के प्रभाव से ही आमदनी से ज्यादा खर्च होने की संभावना भी है। हालांकि यह खर्च व्यर्थ में नहीं होगा बल्कि घर में किसी मांगलिक आयोजन में होने के आसार हैं। मान-सम्मान में वृद्धि लाएंगे लेकिन बेचैनी हो सकती है।
यदि व्यक्तिगत जीवन की दृष्टि से देखा जाए तो राशि स्वामी शुक्र का उच्च में वक्री होना सकारात्मक है। अपने जीवनसाथी से प्रेम के मामले में अच्छा है लेकिन यदि अविवाहित हैं और किसी के साथ प्रेम संबंध में हैं तो तनाव संभव है। अहं एक-दूसरे से टकरा सकते हैं। आर्थिक तौर पर बेहतर रहने की आशा है।
मिथुन-
मिथुन जातकों के लिए वक्री शुक्र अच्छी संभावनाओं के योग हैं। कार्यों की गति धीमी रहने के आसार हैं। स्वयं का घर बनाने के लिए प्रयास करें। किसी वाहन की खरीद के लिए भी उत्तम समय है, लेकिन वक्री शुक्र के रहते कार्य पूर्ण होने मुश्किल लग रहे हैं।
वक्री शुक्र भाग्य में वृद्धि के योग ला रहा है। आसपास खुशनुमा वातावरण बने रहने के आसार हैं। दांपत्य जीवन के शुभ योग भी नजर आ रहे हैं। परिणय सूत्र में बंध सकते हैं। प्रेम संबंधों को लेकर असुरक्षा की भावना पैदा हो सकती है।
मीन राशि में वक्री हुए शुक्र का संकेत है कि शुक्र के वक्री रहने यानी कि 15 अप्रैल तक जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित होना पड़ सकता है। अविवाहित प्रेमी युगलों के बीच भी आपसी प्रेम में कमी आ सकती है। यात्रा करने से बचें। यदि यात्रा पर जाना पड़े तो अपनी सेहत का ध्यान जरूर रखें।
शुक्र के वक्री होने से कन्या जातकों के लिए समय अनुकूल है। जीवनसाथी के साथ प्रेम बढ़ने के आसार हैं। दांपत्य जीवन मधुर रहेगा। आर्थिक रूप से भी धन प्राप्ति के योग हैं।
राशि स्वामी के वक्री होने से समय परेशानियोंभरा हो सकता है। शत्रुओं से सावधान रहें। स्तर में वृद्धि होने के भी आसार हैं। नया वाहन या खुद का घर खरीद सकते हैं। कर्ज लेना पड़ सकता है।
वक्री शुक्र होने से खर्च बढ़ने के आसार हैं। संतान की शिक्षा पर धन खर्च करना पड़ सकता है। धीरे-धीरे समय अनुकूल होने लगेगा।
शुक्र के वक्री होने से कुछ खास इच्छाओं के पूरी होने के आसार बन सकते हैं। व्यक्तिगत जीवन में प्रेम बढ़ेगा। अविवाहित जातकों को किसी के प्रति भावनात्मक जुड़ाव महसूस कर सकते हैं। परिवार में किसी मांगलिक आयोजन संभव है।
मकर जातकों को वक्री शुक्र सचेत रहने के संकेत कर रहा है। कोई भी कार्य करने से पहले अच्छे से जांच-परख करें। सावधान रहें। शत्रु भी परेशान कर सकते हैं। लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करना होगी, परंतु मेहनत का फल मिलेगा। सफलता भी मिल सकती है।
कुंभ जातकों के लिए वक्री शुक्र के कारण समय अनुकूल हो रहा है। आर्थिक स्थिति को लेकर मानसिक तनाव में
कमी आएगी। नए कार्य को आरंभ करने की योजना भी बना सकते हैं। साथ ही प्रेम जीवन में भी जिन्होंने हाल ही में प्रवेश किया है, उनके संबंधों में बेहतर सुधार होंगे।
वक्री शुक्र उत्साह बनाए रखेंगे। भाग्य के भरोसे बैठे रहना उचित नहीं है। यात्रा के लिए एकदम उपयुक्त समय है। सफलता मिलने की संभावनाएं बलवती हैं। आपसी संबंधों को लेकर थोड़ी तनावपूर्ण स्थिति हो सकती है। अपने साथी के प्रति वफादार रहें।