आज हम 'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए वर्षकुंडली में बनने वाले कुछ प्रमुख शुभाशुभ योगों की जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि वर्षकुंडली के प्रमुख योग कौन से होते हैं-
1. इक्कबाल योग-(शुभ)- यह एक शुभ योग है। जब जातक की वर्षकुंडली के स्त्री ग्रह केंद्र या पणफर स्थान में स्थित हो और वे राहु-केतु युत या दृष्ट हों तो 'इक्कबाल' नामक शुभ योग बनता है। इसके फलस्वरूप जातक को उस वर्ष राज्यसुख, यश, धन लाभ एवं उच्च पद की प्राप्ति होती है।
2. इन्दुवार योग-(अशुभ)- यह एक अशुभ योग है। जब जातक की वर्षकुंडली के सभी ग्रह आपोक्लिम में स्थित हों तो 'इन्दुवार' नामक अशुभ योग बनता है। इसके फलस्वरूप जातक को उस वर्ष कार्यों में असफलता प्राप्त होती है।
3. इत्थशाल- जब जातक की वर्षकुंडली में शीघ्रगति ग्रह जब मंदग्रह के अंशों के आसपास होते हुए भी मंदगति ग्रह से आगे निकल जाए तब 'इत्थशाल' योग बनता है।
4. ईसराफ योग- वर्षकुंडली में शीघ्रगति ग्रह जब मंदगति ग्रह से 1 अंश आगे निकल जाए तो 'ईसराफ' नामक अशुभ योग बनता है। इसके कारण उस वर्ष जातक को कार्यों से हानि होती है।
5. दुरफ्फ योग- वर्षकुंडली में जब कोई ग्रह निर्बल होकर किसी शुभ भाव में स्थित होता तब 'दुरफ्फ' नामक योग बनता है। यह एक अशुभ योग है। इसके फलस्वरूप उस वर्ष जातक को संकटों का सामना करना पड़ता है।
-ज्योतिर्विद पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
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