बुध हुए वक्री, प्रभावित होगी आपकी राशि, जानिए इस परिवर्तन का क्या होगा असर

आचार्य पं भवानीशंकर वैदिक
5 मार्च 2019, मंगलवार से बुध ग्रह वक्री अवस्था में आ गए हैं हालांकि मीन में ही स्थित रहेंगे, यह इनकी नीच राशि है।  
 
वक्री बुध का हमारे जीवन में बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, क्योंकि जहां जिस भाव में सामान्य तौर पर बुध ग्रह अच्छा प्रभाव देते हैं, वहां उसका उल्टा प्रभाव देंगे। वक्री अवस्था में उस भाव का विपरीत परिणाम प्रदान करते हैं। इस समय बुध अपनी नीच राशि में स्थित है और साथ ही वक्री अवस्था में भी चले जाएंगे। बुध का हमारे जीवन में विशेष महत्व है, क्योंकि बुध हमारी बुद्धि, विद्या, गणित, सांख्यिकी व व्यापार आदि का कारक ग्रह माना जाता है। तो आइए जानते हैं कि प्रत्येक राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा वक्री बुध का?
 
मेष राशि
 
मेष राशि :  आपके 12 भाव में बुध ग्रह वक्री होने जा रहे हैं। हालांकि 12 भाव में बुध ग्रह श्रेष्ठ फल प्रदाता नहीं है लेकिन यहां स्थित आपको विशेष लाभ दिला सकते हैं। सट्टेबाजी में विशेष लाभ आपको प्राप्त हो सकता है। किसी श्रेष्ठ कार्य में खर्च बढ़ेगा। किसी विशिष्ट कार्य के लिए यात्रा कर सकते हैं, साथ ही गूढ़ अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। इस समय मन की एकाग्रता आपको विशेष लाभ दिलाएगी। विरोधी परास्त होंगे। अचानक शुभ समाचार प्राप्त हो सकते हैं। इस समय में बड़ा परिवर्तन होगा, जो आपके लिए विशेष लाभकारी होगा।
 
वृषभ राशि
 
वृषभ राशि : आपके ग्यारहवें भाव में वक्री बुध गोचर करने जा रहे हैं। यहां स्थित बहुत अच्छे फलप्रदायक माने गए हैं लेकिन वक्री बुध उल्टा प्रभाव देंगे यानी अपनी इच्छा-महत्वाकांक्षा की पूर्ति होने में समस्या पैदा हो सकती है। मित्र और रिश्तेदारों से परेशानी प्राप्त हो सकती है। अगर आप प्रेम संबंध में लिप्त हैं, तो यहां आपको परेशानी दे सकते हैं। वक्री बुध से लंबी यात्राओं से परेशानी हो सकती है। सहयोगियों से सहयोग प्राप्त होने में परेशानी हो सकती है। इस समय बुध आपको भाई-बहन, मामा-मौसी आदि से लड़ाई-झगड़ा करवा सकता है। इससे परेशानी आपको आ सकती है। इस समय आपको कान संबंधी परेशानी हो सकती है।
 
मिथुन राशि
 
मिथुन : आपके 10वें भाव में वक्री बुध गोचर करने जा रहे हैं। अपने प्रयत्नों में आपको निराशा मिलेगी। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी रहेंगी। अपने आपको किसी बड़े उद्यम से संबंधित न कीजिए। यह जोखिम लेने का समय नहीं है। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य के बारे में चिंतित रह सकते हैं। फालतू की यात्राओं से बचें।
 
कर्क राशि
 
कर्क राशि : आपके नवम भाव में वक्री बुध गोचर करने जा रहे हैं। आप में किसी के प्रति लगाव नहीं होगा और लोग आपके प्रति वैमनस्य का भाव रखेंगे। असुरक्षा की भावना से ग्रसित रहेंगे। फालतू के कामों में आप अपना समय और पैसा बर्बाद करेंगे। आपको दूसरों के लिए काम करना पड़ सकता है। खर्चे बहुत होंगे। विरोधी आपको तनावग्रस्त रखेंगे। जहां तक संभव हो, यात्राओं से आप बचें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें, नहीं तो समस्याएं उठ खड़ी होंगी। परिवारजनों के बर्ताव में भी काफी फर्क रहेगा। यह अच्छा रहेगा कि विपरीत परिस्थितियों को झेलते समय आप अपने अंदर प्रतिरोधात्मक शक्ति विकसित करें।
 
सिंह राशि
 
सिंह राशि वालों के अष्टम भाव में बुध ग्रह वक्री होने जा रहे हैं। आपको लेन-देन के व्यवसाय, सार्वजनिक क्षेत्र या सरकार द्वारा फायदा मिलेगा। उच्च पदस्थ और महत्वपूर्ण व्यक्तियों से आपकी मित्रता रहेगी जिनसे आप लाभान्वित होंगे। व्यापार का विस्तार भी शीघ्र होगा। विपरीत परिस्थितियों को कुशलता से झेलने के लिए आप में प्रचुर आत्मविश्वास रहेगा। शत्रु आपको नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे।
 
कन्या राशि
 
कन्या राशि : आपके सप्तम भाव में वक्री बुध गोचर करने जा रहे हैं। इस अवधि में आपको मिले-जुले फल मिलेंगे। वैसे आप अपने व्यवसाय-व्यापार में अच्छा काम करेंगे। आप अपने लक्ष्य से भ्रमित नहीं होंगे और एक बार हाथ में लेने के बाद काम छोड़ेंगे नहीं। आपका निश्चय दृढ़ रहेगा। लेकिन गुरुजनों और माता-पिता से संबंध बहुत अच्छे नहीं रहेंगे। कभी-कभी आप तर्कबुद्धि से इतना काम लेंगे कि मामले की तह तक ही नहीं पहुंच पाएंगे। आपके व्यक्तित्व में अहंकार का प्रवेश हो जाएगा। आपके इस बर्ताव से आप जनप्रिय नहीं रह पाएंगे। अपनी अंतरदृष्टि से अपने आप को जांचने-परखने का प्रयत्न करें।
 
तुला राशि
 
तुला राशि : आपके 6ठें भाव में बुध ग्रह वक्री होने जा रहे हैं। इस अवधि में आपकी प्रसिद्धि एवं सम्मान में इजाफा होगा। विद्वानों के साथ रहने का मौका आएगा। आपका व्यापार या व्यवसाय बढ़ेगा और चमकेगा। स्त्री वर्ग से आपके क्षेत्र में सहायता मिलेगी। सुखद यात्रा की भी संभावना है। लाभप्रद सौदा करेंगे और आपके भागीदार व सहयोगी आपको अपना बेहतर सहयोग देंगे। किसी प्रतिस्पर्धा में भी सफल रहना निश्चित है।
 
वृश्चिक राशि
 
वृश्चिक राशि : आपके पंचम भाव में बुध ग्रह वक्री होने जा रहे हैं। इस अवधि में वासनापरक विचार सिर्फ आपको अवसादित ही नहीं करेंगे, बल्कि जलील भी करवा सकते हैं। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण आपकी नित्य चर्चा में भी व्यवधान उपस्थित हो जाएगा। वैसे नौकरी के हालात अच्छे रहेंगे। यद्यपि काम का बोझ थकाने वाला होगा। स्त्री वर्ग से आपका व्यवहार मधुर नहीं रह पाएगा। विरोधी प्रबल होंगे। विपरीत परिस्थितियों में प्रतिरोधात्मक शक्ति का विकास प्राप्त करने का प्रयत्न करें। भारी व्यय होने की भी संभावना है।
 
धनु राशि 
 
धनु राशि : आपके चतुर्थ भाव में बुध ग्रह वक्री होने जा रहे हैं। थोड़े से लाभ के लिए आपको बहुत मेहनत करनी पड़ सकती है। नौकरी के हालात बदतर होते जाएंगे। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं परेशान करेंगी। परिवारजनों से संबंध भी इस अवधि में अच्छे नहीं रहेंगे। विरोधी प्रबल होंगे। व्यर्थ की यात्राओं से बचें। वैसे मुकदमेबाजी और न्यायालयों के मामलों के लिए यह समय अच्छा है। जीवन शक्ति और स्फूर्ति में कमी महसूस होने के कारण झगड़े और झंझटों से दूर रहने का प्रयत्न करें।
 
मकर राशि
 
मकर राशि : आपके तीसरे भाव में बुध ग्रह वक्री होने जा रहे हैं। इस अवधि में अचानक लाभ होने की संभावना है। अगर वसीयत प्राप्त करने की संभावना है या आप उसको प्राप्त करने के लिए इच्छुक हैं, तो आप उसे प्राप्त कर सकते हैं। आपका मन धार्मिक क्रिया-कलापों की ओर झुका रहेगा। कुछ अतीन्द्रिय अनुभव भी प्राप्त कर सकते हैं। पारिवारिक माहौल सौहार्दपूर्ण रहेगा। अचानक यात्राएं सफलतादायक सिद्ध होंगी। आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी और सम्मान में इजाफा होगा। छोटी-मोटी बीमारियां मानसिक शांति भंग कर सकती हैं। आप तीर्थाटन पर जा सकते हैं। कुल मिलाकर सुखी रहेंगे।
 
कुंभ राशि
 
कुंभ राशि : आपके दूसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं बुध ग्रह। रोजमर्रा के जीवन में पैसा वसूल करने में आपको परेशानी हो सकती है। किसी भी उद्यम की प्रायोजना की पूरी जांच-परख करके ही पूंजी निवेश की सोचें। घर का वातावरण भी तनावपूर्ण रहेगा। परिवारजनों से कभी-कभी मतभेद रहेगा। इस अवधि में आंख की पीड़ा भी आप भोग सकते हैं। साधारण रूप से स्वास्थ्य ठीक रहेगा। शत्रु नुकसान पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे। घर के मामलों में एक असुरक्षा की भावना से आक्रांत रहेंगे।
 
मीन राशि
 
मीन राशि : आपके प्रथम भाव में वक्री होने जा रहे हैं बुध ग्रह। यह अच्छा समय नहीं है, क्योंकि आपके भागीदार या सहयोगी आपको नीचा दिखाएंगे। औरों की लापरवाही और असफलताओं से आप चिंतित रहेंगे। रोजमर्रा के कामों में भी समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। बेबुनियाद इल्जाम आप पर मढ़े जाएंगे। छोटे-मोटे झंझट या विवादों से बचें। स्त्री वर्ग से आपके संबंध अच्छे नहीं रहेंगे। जहां तक संभव हो, फालतू की यात्रा कम करें। व्यापार के बड़े-बड़े निर्णय लेने या विकास की योजनाओं पर ध्यान देने के लिए यह आवश्यक है कि आप पूरी जांच-परख करके ही ऐसा करें।
 
-आचार्य पंडित भवानी शंकर वैदिक
 

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