अधिक मास में करें तुलसी का पूजन, पढ़ें 10 फायदे एवं उपाय

Webdunia
Worship Lord Vishnu
 
* अधिक मास में उपयोगी है तुलसी का पूजन एवं सेवन, पढ़ें 10 महाउपाय
 
प्रतिदिन तुलसी का पूजन करना और पौधे में जल अर्पित करना हमारी प्राचीन परंपरा है। जिस घर में प्रतिदिन तुलसी की पूजा होती है, वहां सुख-समृद्धि, सौभाग्य बना रहता है। धन की कभी कोई कमी महसूस नहीं होती। 
 
अत: हमें विशेष तौर पर प्रतिदिन तुलसी का पूजन अवश्य करना चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि विशेषकर पुरुषोत्तम (अधिक) मास में तुलसी का पूजन करना बहुत ही पुण्य फलदायी माना गया है। इसीलिए हर व्यक्ति को अधिक मास में श्री नारायण, श्रीकृष्ण के साथ-साथ तुलसी का पूजन अवश्य ही करना चाहिए।
 
आगे पढ़ें तुलसी के 10 फायदे एवं खास उपाय...
 
1. तुलसी के बारे में हिंदू मान्यताओं में बताया गया है कि हर घर के बाहर तुलसी का पौधा होना अनिवार्य है। इससे घर में पवित्रता बनी रहती है और नकारत्मकता दूर होती है। 
 
2. जो व्यक्ति प्रतिदिन तुलसी का सेवन करता है, उसका शरीर अनेक चंद्रायण व्रतों के फल के समान पवित्रता प्राप्त कर लेता है। 
 
3. जल में तुलसीदल (पत्ते) डालकर स्नान करना तीर्थों में स्नान कर पवित्र होने जैसा है और जो व्यक्ति ऐसा करता है वह सभी यज्ञों में बैठने का अधिकारी होता है।
 
4. अधिक मास में तुलसी मंत्र और विष्णु मंत्र 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' का जाप अवश्‍य करना चाहिए।
 
5. माना जाता है कि घर के आंगन में तुलसी का पौधा हो तो घर का कलह और अशांति दूर होती है। 
 
6. घर-परिवार पर मां लक्ष्मी जी की विशेष कृपा बनी रहती है। 
 
7. इतना ही नहीं प्रतिदिन दही के साथ चीनी और तुलसी के पत्तों का सेवन करना बहुत शुभ माना जाता है। 
 
8. पौराणिक शास्त्रों के अनुसार तुलसी के पत्तों के सेवन से भी देवी-देवताओं की विशेष कृपा प्राप्त होती है। 
 
9. दही के साथ तुलसी का सेवन करने से कई प्रकार के आयुर्वेदिक लाभ भी प्राप्त होते हैं। इसके सेवन से दिन भर कार्य में मन लगा रहता है, तनाव दूर होता है और शरीर ऊर्जावान बना रहता है।
 
10. इतना ही नहीं तुलसी वास्तु दोष भी दूर करने में सक्षम है।

ALSO READ: कब व कैसे होता है अधिक मास, जानिए विशेष जानकारी

ALSO READ: अधिक मास में इस आरती से खुश होकर वरदान देंगे श्रीहरि विष्णु

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Surya in vrishchi 2024: सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर, 4 राशियों के लिए बहुत ही शुभ

गीता जयंती कब है? जानिए इस दिन का क्या है महत्व

दत्तात्रेय जयंती कब है? जानिए महत्व

विवाह पंचमी कब है? क्या है इस दिन का महत्व और कथा

काल भैरव जयंती पर करें मात्र 5 उपाय, फिर देखें चमत्कार

सभी देखें

नवीनतम

19 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

19 नवंबर 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

वर्ष 2025 में गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त कौन कौनसे हैं?

वर्ष 2025 में वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त कौन कौनसे हैं?

शनि ने चली मार्गी चाल, जानिए 12 राशियों का हाल

अगला लेख
More