Surya ka vrishchik rashi me gochar : तीसरे, छठे, दसवें और ग्यारहवें भाव में सूर्य अच्छा फल देता है, जबकि दूसरे, चौथे, सातवें, नौवें और बारहवें भाव में शुभ फल की उम्मीद नहीं की जा सकती है। 16 नवंबर 2021 को सूर्य का वृश्चिक में प्रवेश ( Surya grah ka rashi parivartan 2021 ) हो रहा है, आओ जानते हैं कि आपकी राशि पर क्या होगा इसका असर।
मेष (Mesh) : आपकी राशि के पंचम भाव के स्वामी सूर्य का अष्टम भाव में गोचर हो रहा है जो कि अचानक लाभ और हानि को दर्शाता है। आपकी सेहत बिगड़ सकती है। आपको अपने कार्यस्थल पर सतर्क रहने की जरूरत है। व्यापारियों को भी जोखिम उठाने से बचना चाहिए। छात्रों को भी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
वृषभ (Vrishabh) : आपकी राशि के चतुर्थ भाव का स्वामी होकर सूर्य सप्तम भाव में गोचर करेगा। इस कारण आपका दांपत्य जीवन प्रभावित हो सकता है। वाहन खरीदे के योग है। व्यापारियों को लाभ और नौकरीपेशा के लिए अनुकूल समय है। परिवार में किसी की सेहत बिगड़ सकती है।
मिथुन (Mithun) : आपकी राशि के सूर्य तीसरे भाव के स्वामी होकर छठे भाव में गोचर कर रहे हैं जो कि शुभ है। व्यावसायिक क्षेत्र में सफलता और नौकरी में उननती होगी। आपकी मेहनत रंग लाएगी। आपको बस कर्ज लेने और देने से बचना चाहिए।
कर्क (Kark) : आपकी राशि के दूसरे भाव के स्वामी सूर्य पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं। इस गोचर के कारण आपका दांपत्य जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लोगों के मन में आपके प्रति भ्रम फैलेगा। व्यावसायिक रूप से यह समय अच्छा है। नौकरीपेशा के लिए मिश्रित परिणाम देगा। आप अपनी वाणी पर संयम रखें और शांत बने रहें।
सिंह (Singh) : आपकी राशि के पहले भाव के स्वामी सूर्य का चौथे भाव में गोचर हो रहा है। इससे आपके जीवन में बहुत कुछ बदलने वाला है। मात की सेहत का ध्यान रखना होगा। व्यापार में लाभ और नौकरी में उन्नती होगी। मान सम्मान बढ़ेगा। कुल मिलाकर अच्छा समय है।
कन्या (Kanya) : आपकी राशि के 12वें भाव का स्वामी होकर सूर्य तीसरे भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के कारण आपका अच्छा समय गुजरेगा। आप थोड़ी सी और मेहनत करेंगे तो सभी ओर से सफलता मिलेगी। व्यापारियों को लाभ और नौकरीपेशा को प्रशंसा मिलेगी। छात्रों को भी सफलता मिलेगी। भाई बहनों से सहयोग मिलेगा।
तुला (Tula) : आपकी राशि के 11वें भाव के स्वामी सूर्य का दूसरे भाव में गोचर हो रहा है। इससे आपकी आर्थिक और भी ज्यादा मजबूत होगी। व्यापारियों को लाभ मिलेगा और नौकरीपेशा की उन्नती होगी। सेहत की दृष्टि से भी यह समय अनुकूल है। आप घमंड या अहंकार न करें अन्यथा रिश्तों में दरार हो सकती है। सभी का सम्मान करें।
वृश्चिक (Vrishchik) : आपकी राशि के दशम भाव का स्वामी होकर सूर्य प्रथम भाव में गोचर कर रहा है। इस दौरान आपके स्वभाव में आक्रामकता आ सकती है। सेहत के दृष्टि से भी यह समय ठीक नहीं है। हालांकि नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए यह गोचर शुभ है। पारिवारिक स्तर पर आने वाली समस्याओं से निपटने में आपको भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा।
धनु (Dhanu) : आपकी राशि के नवम भाव के स्वामी सूर्य का 12वें भाव में गोचर हो रहा है। इस गोचर के कारण यात्रा के योग हैं। आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। सेहत भी बिगड़ सकती है। हालांकि करियर की दृष्टि से यह समय अच्छा है। व्यापारियों और नौकरीपेशा लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। हालांकि आपका विदेश से व्यापार होता है तो अच्छे की उम्मीद की जा सकती है।
मकर (Makar) : आपकी राशि के अष्टम भाव का स्वामी होकर सूर्य 11वें भाव में गोचर कर रहा है। यह गोचर अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। इससे मान-सम्मान में वृद्धि होगी और आर्थिक दृष्टि से भी आप पहले की अपेक्षा ज्याद मजबूत होंगे। छात्रों को सफलता मिलेगी। घर में नए मेहमान के आने की सूचना है।
कुंभ (Kumbh) : आपकी राशि के सप्तम भाव का स्वामी सूर्य दसवें भाव में गोचर कर रहा है। यह बहुत ही अच्छा परिणाम देने वाला सिद्ध होगा। नौकरीपेशा या जो नौकरी की तलाश कर रहे हैं उनके लिए यह शुभ समय है। इस दौरान अटके काम फिर से शुरू होंगे। स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह गोचर अच्छा है।
मीन (Meen) : आपकी राशि के छठे भाव के स्वामी सूर्य नौवें घर में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आपको कड़ी मेहनत करना होगी। आपकी और परिवार की सेहत का भी ध्यान रखना होगा। यात्रा के योग हैं, व्यर्थ के खर्चें से बचें। धर्म कर्म के कार्य करें।