मोक्षदायिनी है सूर्य सप्तमी : ऐसे करें पूजन

श्री रामानुज
* सूर्य सप्तमी पूजन की सरल विधि
 

 
सूर्य सप्तमी का व्रत माघ शुक्ल सप्तमी के दिन होता है। इस बार यह व्रत 3 फरवरी, शुक्रवार के दिन है। इस व्रत को महिलाएं सूर्य नारायण के निमित्त करती हैं इसीलिए इसे सौर सप्तमी भी कहते हैं।  यह सप्तमी स्त्रियों के लिए मोक्षदायिनी है। 

सूर्य सप्तमी पूजा का महत्व, क्या होती है सूर्य सप्तमी...

 
 ऐसे करें पूजन 
 
* दैनिक क्रियाओं से निवृत्‍त होकर सूर्यदेव की अष्टदली प्रतिमा बनाकर मध्य में शिव व पार्वती की विधिपूर्वक पूजा करें। 
 
* पूजन के बाद तांबे के बर्तन में चावल भरकर ब्राह्मणों को दान करना चाहिए।
 
* स्त्रियों को चाहिए कि वे इस दिन एक बार भोजन करके सूर्यदेव की पूजा करें। 

सूर्य सप्तमी व्रत की पौराणिक एवं प्रामाणिक कथा
 
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