Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

सूर्य का वृश्‍चिक राशि में गोचर, 6 राशियों के लिए है बेहद शुभ

हमें फॉलो करें सूर्य का वृश्‍चिक राशि में गोचर, 6  राशियों के लिए है बेहद शुभ
, मंगलवार, 28 नवंबर 2023 (14:26 IST)
Surya ka vrishchik rashi me gochar fal: 17 नवंबर 2023 शुक्रवार को दोपहर 01 बजकर 07 मिनट पर सूर्य तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में गोचर कर रहा है। सूर्य के वृश्‍चिक में गोचर से 6 राशियों को बेहद फायदा होने वाला है। कहीं आपकी राशि तो नहीं है इसमें शामिल?
 
कर्क राशि : आपके दूसरे भाव के स्वामी सूर्य का पांचवें भाव में गोचर अनुकूल परिणाम देगा। संतान सुख मिलेगा। छात्रों के लिए समय शुभ रहेगा। संबंधों का विस्तार होगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। व्यापारी मुनाफा कमाने में कामयाब होंगे। नौकरीपेशा की तरक्की होगी। मेहनत का फल मिलेगा।
 
सिंह राशि : आपके लग्न भाव के स्वामी सूर्य का चौथे भाव में गोचर शुभ परिणाम देगा। गृहस्थ सुखमय रहेगा। खुशियां प्राप्त होगी। यदि आप घर या प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बना रहे थे तो यह समय आपके लिए अच्छा है। धन और संतान सुख मिलेगा। अहंकार से दूर रहें।
 
तुला राशि : आपके ग्यारहवें भाव के स्वामी सूर्य का दूसरे भाव में गोचर आर्थिक रूप से आपको मजबूत करेगा। अतीत में किए गए निवेश से आपको बड़ा लाभ मिलेगा और आपके बचत में भी वृद्धि होगी। नौकरीपेशा हैं तो तरक्की होगी। व्यापारी हैं तो दोगुना लाभ होगा। आपको वाणी पर संयम रखने की जरूरत है।
  
मकर राशि : आपके आठवें भाव के स्वामी सूर्य का गोचर ग्यारहवें भाव में हो रहा है। मान सम्मान में वृद्धि होगी। अचानक से धनलाभ होने की संभावना है। यात्रा के योग हैं। यदि आप परिवार से कोई बात नहीं छुपाते हैं तो पारिवार में सुख रहेगा। नौकरीपेशा और छात्रों के लिए अनुकूल समय है।
 
कुंभ राशि : आपके सातवें भाव के स्वामी सूर्य का दसवें भाव में गोचर शुभ साबित होगा। करियर और नौकरी के लिहाज से यह अच्छे परिणाम देगा। नौकरी में पदोन्नति और व्यापारी हैं तो उन्नति तय है। घर परिवार में भी सुख समृद्धि कायम रहेगी। वाणी पर संयम रखें।
 
मीन राशि : आपके छठे भाव के स्वामी सूर्य का गोचर नौवें भाव में हो रहा है। आपको भाग्य का साथ मिलेगा। परिवार का सहयोग भी मिलेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आप आत्मविश्वास से भरे रहेंगे और बातचीत में प्रभावशाली होंगे। हालांकि ऐसा कोई व्यवहार न करें जिससे भाई-बहनों को चोट पहुंचें।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्थी का क्या है महत्व?