16 दिसंबर को दोपहर बाद 3 बजकर 25 मिनट पर सूर्यदेव बृहस्पति की राशि 'धनु' में प्रवेश करेंगे। इस राशि पर ये 14 जनवरी की मध्य रात्रि के बाद 4 बजकर 05 मिनट तक भ्रमण करेंगे।
धनु राशि में पहले से ही गुरु, शनि और केतु विराजमान हैं जिनके रहने के परिणाम स्वरूप चतुर्ग्रही योग का निर्माण होगा। इसी संयोग के प्रभाव से पृथ्वी पर प्राकृतिक आपदाओं जिनमें अति वर्षा, बर्फबारी, शीत लहर, आगजनी, आंधी तूफान एवं भूकंप जैसी घटनाओं का योग बनेगा। यह योग धनु राशि में बन रहा है इसलिए इस राशि की मूलत्रिकोण राशियां मेष और सिंह के जातकों को भी सावधान रहने की आवश्यकता है। सूर्य के धनु राशि में प्रवेश का सभी 12 राशियों पर कैसा प्रभाव रहेगा आइए जानते हैं..
मेष राशि- आपके भाग्य भाव में सूर्य का प्रवेश कई मायनों में मिलाजुला फल देने वाला है, कार्य व्यापार की दृष्टि से तो यह संयोग उत्तम रहेगा किंतु, कोई भी कार्य बिना बाधा के संपन्न नहीं होगा। इसलिए आपके धैर्य एवं संयम की परीक्षा होने वाली है। शैक्षणिक मामलों में सफलता मिलेगी संतान प्राप्ति के भी योग हैं। धर्म-कर्म के मामलों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे विदेश यात्रा के लिए रुकावटें दूर होंगी।
वृषभ राशि- राशि से अष्टम भाव में सूर्य का जाना स्वास्थ्य के लिए तो कुछ प्रतिकूल रहेगा किंतु प्रभाव वृद्धि भी होगी। समाज में मान सम्मान भी बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र में उच्चाधिकारियों से मधुर संबंध बनाकर रखें। झगड़े विवाद से बचें। माता पिता के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। इन ग्रहों की पूर्ण दृष्टि आपके धनभाव पर पड़ने के फलस्वरूप आकस्मिक धन प्राप्ति के योग ही बनेगा और किसी महंगी वस्तु का क्रय भी करेंगे।
मिथुन राशि- आपकी राशि से सातवें भाव में यह संयोग व्यापार की दृष्टि से तो बेहतर रहेगा किंतु दांपत्य जीवन में कुछ कटुता आ सकती है, ससुराल पक्ष से रिश्ते बिगड़ने न दें। शादी-विवाह संबंधित चिंता दूर होगी, शासन सत्ता का पूर्ण सुख मिलेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के प्रतिष्ठानों में सर्विस हेतु आवेदन करना चाह रहे हों तो संयोग अच्छा है, इनकी दृष्टि मानसिक तनाव दे सकती है स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है सावधान रहें।
कर्क राशि- आपके शत्रु भाव में इन ग्रहों का संयोग मिलाजुला फल देगा। शत्रु बनेंगे भी और स्वयं नष्ट भी होंगे। इस अवधि के मध्य कर्ज के लेनदेन से बचते रहें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। ननिहाल पक्ष से रिश्ते न बिगड़ने दें। कोर्ट कचहरी के मामलों से मुक्ति मिलने का योग है इन ग्रहों की यह भाव पर दृष्टि अत्यधिक यात्राऔर भागदौड़ में खर्च कर आएगी। कुछ अशुभ समाचारों से मानसिक कष्ट पहुंचेगा। अधिक खर्च से बचें।
सिंह राशि- आपके पंचम भाव में यह संयोग शिक्षा प्रतियोगिता में सफलता दिलाएगा। यदि आप प्रशासनिक सर्विस हेतु तैयारी कर रहे हों तो और प्रयास करें। क्योंकि इस अवधि के मध्य सफलता की संभावना सर्वाधिक है। नव दंपत्ति के लिए संतान के प्रादुर्भाव का भी योग बन रहा है। इनकी लाभ भाव पर दृष्टि आय के एक से अधिक साधन बनाएगी। रुका हुआ धन आएगा, बड़े भाइयों से मतभेद न पैदा होने दें।
कन्या राशि- आपकी राशि से चतुर्थ भाव में यह संयोग पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति बढ़ा सकता है। यदि आप ही यात्रा कर रहे हो तो जेब तराशों से बचें और घर में भी चोरों से सावधान रहें। माता पिता के स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दें, इन ग्रहों की कर्मभाव पर दृष्टि पद और गरिमा की वृद्धि कराएगी नए अनुबंध की प्राप्ति के भी योग बनेंगे, इसलिए शासन सत्ता से मेलजोल बनाकर रखें ताकि बाधा ना आने पाए।
तुला राशि- तुला राशि के लिए पराक्रम भाव में यह युति वरदान की तरह है। अपने अदम्य साहस के बलपर विषम हालात को भी सामान्य कर लेंगे आपके द्वारा किए गए कार्य और लिए गए निर्णय सराहनीय रहेंगे। अपनी जिद और आवेश पर नियंत्रण रखते हुए कार्य को अंतिम रूप देंगे तो संकल्पसिद्धि में कोई संदेह नहीं रहेगा। किन ग्रहों की भाग्य भाव पर दृष्टि विदेश यात्रा के संयोग बनाएगी। मांगलिक कार्यों का शुभ अवसर मिलेगा।
वृश्चिक राशि- राशि से धन भाव में गोचर पारिवारिक कलह एवं मानसिक पीड़ा बढ़ाएगा किंतु,आर्थिक दृष्टि से यह संयोग बेहतर रहेगा। इस अवधि में आपको हर कार्य एवं निर्णय बहुत सूझ-बूझ के साथ करने हैं क्योंकि, इनकी अष्टम भाव पर पूर्णदृष्टि स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव भी डाल सकती है। अपने ही लोग आपको षड्यंत्र का शिकार बना सकते हैं, अतः कार्य योजनाओं को गोपनीय रखते हुए ही अंतिम रूप दें।
धनु राशि- आपकी राशि पर इतने ग्रहों का मिलन साहस एवं धैर्य की परीक्षा लेने वाला है। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें, एवं अपनी ऊर्जा शक्ति का पूर्ण उपयोग करते हुए कार्य व्यापार को अंतिम रूप दें। यदि आप सर्विस करते हैं तो उच्चाधिकारियों से संबंध बनाये रखें। इन ग्रहों की सप्तम भाव पर दृष्टि दांपत्य जीवन के लिए अच्छा संकेत नहीं है इसलिए कटुता ना आने दें। प्रेम संबंधी मामलों में भी अविश्वास न पैदा होने दें।
मकर राशि- आपकी राशि से बारहवें भाव में यह संयोग अत्यधिक भागदौड़ एवं यात्रा के संयोग बनाएगा। कष्टकारक यात्रा एवं विदेश यात्रा भी करनी पड़ सकती है। अत्यधिक खर्च से बचते रहें। स्वास्थ्य विशेष करके बाई आंख का ध्यान रखें। इन ग्रहों की शत्रु भाव पर दृष्टि कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता दिलाएगी। किंतु गुप्त शत्रुओं की वृद्धि भी करेगी, अतः बेहतर रहेगा कि कार्य क्षेत्र से कार्य निपटाए और सीधे घर आएं।
कुंभ राशि- राशि से लाभभाव में सूर्य कार्यक्षेत्र में आ रही बाधाओं को दूर करेंगे जो लोग आपको नीचा दिखाने की कोशिश में लगे थे वही आपकी मदद करने के लिए आगे आएंगे इसलिए यह संयोग अति उत्तम है हर तरह से लाभ उठाएं। इनकी पंचमभाव पर दृष्टि संतान संबंधी चिंता से मुक्ति देगी शिक्षा प्रतियोगिता में अच्छी सफलता के भी योग बनेगा। किसी भी तरह का नया कार्य-व्यापार आरंभ करने का बेहतर अवसर है।
मीन राशि- राशि से दशम भाव में यह संयोग कार्यक्षेत्र के लिए अति उत्तम रहेगा। यदि आप चुनाव संबंधी कोई निर्णय लेना चाह रहे हों तो अवश्य लें सफलता की संभावना सर्वाधिक है। समाज में वर्चस्व बढ़ेगा। इनकी चतुर्थ भाव पर दृष्टि मकान वाहन की प्राप्ति के योग तो बनाएगी किंतु मानसिक परेशानी भी देगी माता पिता के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। भावनाओं में बहकर लिया गया निर्णय नुकसान देय सिद्ध होगा। सावधान रहें।