श्राद्ध पक्ष की अष्टमी को होगी गजलक्ष्मी की पूजा, ये 4 मंत्र देंगे शुभ वरदान

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देवी श्रीलक्ष्मी की कृपा के बगैर धन प्राप्त नहीं किया जा सकता। श्राद्ध पक्ष में अष्टमी का दिन गजलक्ष्मी व्रत को समर्पित है। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने तथा प्राप्त करने के लिए 4 अचूक मंत्र प्रस्तुत है।
 
कमल गट्‍टे की माला से गुलाबी आसन तथा महालक्ष्मी यंत्र के सामने उत्तराभिमुख हों। यंत्र की अनुपलब्धता में कमलासन पर विराजमान हस्तियों से अभिषेक करा रही लक्ष्मीजी के सुंदर चित्र के सामने निम्न मंत्र का चार लाख बार जाप करें।
 
मंत्र : ''श्रीं क्लीं श्रीं।''
 
जप के बाद : हवन में तिल, जौ, श्रीफल, बिल्बफल, कमल, कमलगट्‍टे, लाजा, गुगल, भोजपत्र, शक्कर, इत्यादि से दशांस होम कर लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।
 
किसी भी गुलाबी आसन पर उत्तराभिमुख हों बैठ जाएं। सामने लक्ष्मी माता का सुंदर चित्र हो। तब कमल गट्‍टे की माला से निम्न मंत्र का चार लाख बार जाप करें।
 
मंत्र : ''ऐं ह्रीं श्री क्लीं।।'' 
 
जप के बाद : हवन में तिल, जौ, श्रीफल, बिल्बफल, कमल, कमलगट्‍टे, लाजा, गुगल, भोजपत्र, शक्कर, इत्यादि से दशांस होम कर लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।
 
किसी भी गुलाबी आसन पर उत्तराभिमुख हों बैठ जाएं। कमलासन पर विराजमान लक्ष्मी माता का सुंदर चित्र हो। तब कमल गट्‍टे की माला से निम्न मंत्र का सवा लाख बार जाप करें। 
 
मंत्र : ''ॐ कमलवासिन्यै स्वाहा।।'' 
 
जप के बाद : हवन में तिल, जौ, श्रीफल, बिल्बफल, कमल, कमलगट्‍टे, लाजा, गुगल, भोजपत्र, शक्कर, इत्यादि से दशांस होम कर लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।
 
किसी भी गुलाबी आसन पर उत्तराभिमुख हों बैठ जाएं। कमलासन पर विराजमान लक्ष्मी माता का सुंदर चित्र हो या श्रीयंत्र हो। तब कमल गट्‍टे की माला से निम्न मंत्र का सवा लाख बार जाप करें। 
 
मंत्र : ''ॐ श्रीं  ह्रीं श्री कमलालये प्रसीद प्रसीद श्री ह्रीं श्री महालक्ष्म्यै नम:।।'' यह मंत्र सबसे प्रसिद्ध है।
 
जप के बाद : हवन में तिल, जौ, श्रीफल, बिल्वफल, कमल, कमलगट्‍टे, लाजा, गुगल, भोजपत्र, शक्कर, इत्यादि से दशांस होम कर लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।

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