Shani ka kumbh rashi me pravesh parivartan 2022:करीब 30 साल बाद शनि ग्रह 29 अप्रैल 202 शुक्रवार को अपनी स्वयं की राशि कुंभ में गोचर करने करने जा रहा है। इससे जहां शनि की साढ़ेसाती और ढैया की स्थिति बदलेगी वहीं देश और दुनिया में भी परिवर्तन देखने को मिलेंगे।
शनि की साढ़ेसाती (shani ki sade sati 2022) : शनि ग्रह के कुंभ राशि में आने से मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी जो 17 अप्रैल 2030 तक रहेगी जबकि धनु राशि से साढ़ेसाती का प्रभाव खत्म हो जाएगा और 17 जनवरी 2023 को धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से पूरी तरह मुक्ति मिल जाएगी। दूसरी ओर कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2028 को शनि की साढ़ेसाती से निजात मिलेगी जबकि मकर को 29 मार्च 2025 को इससे मुक्ति मिलेगी।
शनि की ढैया (shani ki dhaiya 2022) : कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि का ढैया शुरू होगा जबकि मिथुन और तुला राशि पर शनि का ढैया समाप्त हो जाएगी। ढैया सिर्फ ढाई वर्ष की होती है।
देश-दुनिया पर क्या होगा असर (shani ka rashi parivartan ka prabhav 2022) : शनि की दो राशियां हैं मकर और कुंभ। वर्ष 2020 में अपनी ही राशि मकर में आने के बाद शनि ने देश और दुनिया में बहुत उथल-पुथल मचाई थी। मकर राशि में ही शनि का मंगल, शुक्र, सूर्य आदि सभी ग्रहों के साथ बारी बारी से युति का चक्र चला जिसके चलते महामारी, युद्ध, आंधी, तूफान, भयानक आग, भूकंप आदि आपदाओं को झेलना पड़ा। ब आने वाले ढाई वर्षों तक शनि कुंभ राशि में रहेगा जिसके चलते दुनिया एक नए दौर में पहुंच जाएगी।