शनिवार की प्रकृति दारुण है। यह भगवान भैरव और शनि का दिन है। समस्त दुःखों एवं परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए शनिवार के दिन उपवास रखना चाहिए।
ये कार्य करें :
* विभूति, भस्म या लाल चंदन।
* गुरुवरु के बाद शनिवार को भी क्षमा मांगने का दिन माना जाता है।
* नैऋत्य, पश्चिम और दक्षिण दिशा में यात्रा कर सकते हैं।
* भवन निर्माण प्रारंभ, तकनीकी कार्य, शल्यक्रिया या जांच कार्य के लिए उचित दिन।
* प्लास्टिक, तेल, पेट्रोल, लकड़ी, सीमेंट आदि क्रय और विक्रय का दिन।
ये कार्य न करें :
* शनिवार को शराब पीना सबसे घातक माना गया है। इससे आपके अच्छे-भले जीवन में तूफान आ सकता है।
* पूर्व, उत्तर और ईशान दिशा में यात्रा करना मना है।
* लड़के को शनिवार के दिन ससुराल नहीं भेजना चाहिए।
* शनिवार के दिन तेल, लकड़ी, कोयला, नमक, लोहा या लोहे की वस्तु क्रय करके नहीं लानी चाहिए वर्ना बिना बात की बाधा उत्पन्न होगी और अचानक कष्ट झेलना पड़ेगा।