Hanuman Chalisa

Kaal Bhairav Jayanti 2025: कालभैरव जयंती पर करें ये 10 खास उपाय, मिलेंगे ये चमत्कारिक लाभ

WD Feature Desk
बुधवार, 12 नवंबर 2025 (09:20 IST)
Kaal Bhairav Ashtami 2025: वर्ष 2025 में हिन्दू पंचांग कैलेंडर तथा उदयातिथि के अनुसार, इस वर्ष काल भैरव जयंती 12 नवंबर 2025, बुधवार को मनाई जा रही है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र स्वरूप काल भैरव की आराधना की जाती है, जिसे कालभैरवाष्टमी के रूप में भी जाना जाता है और जिंदगी में हर तरह के संकटों से मुक्ति के लिए भैरव आराधना का बहुत महत्व है।

जो लोग शनि दोष या राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से पीड़ित हैं, उनके लिए यह दिन ग्रहों की शांति और आपदा निवारण का सबसे बड़ा अवसर होता है। आइए जानते हैं  यहां 10 उपाय और लाभ...ALSO READ: Kaal Bhairav Puja 2025: काल भैरव अष्टमी पर करें इस तरह भगवान की पूजा, सभी संकट होंगे दूर
 
भैरव के लिए विशेष पूजा और उपाय:
 
1. रात्रि पूजा: भैरव की पूजा अधिकतर रात्रि के समय की जाती है, क्योंकि उनका रूप रात्रि में अधिक प्रभावशाली माना जाता है।
 
2. भैरव अष्टक: 'काल भैरव अष्टकम् का पाठ करने से भैरव की विशेष कृपा मिलती है और जीवन में शांति, सुख, और समृद्धि आती है।
 
3. भैरव का व्रत: शनिवार या मंगलवार को भैरव का व्रत करने से मानसिक शांति और समृद्धि मिलती है।
 
4. काले रंग के कपड़े पहनना: पूजा के दौरान काले रंग के कपड़े पहनने से भैरव की कृपा प्राप्त होती है।
 
5. काले कुत्ते को भोजन: इस दिन काले कुत्ते को भोजन कराना अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि काला कुत्ता भैरव जी का वाहन है। उन्हें मीठी रोटियां या कच्चा दूध पिलाएं। इससे आपकी सभी बाधाएं दूर होती हैं।ALSO READ: Kaal Bhairav Jayanti 2025: अष्ट भैरव में से काल भैरव के इस मंत्र से मिलेगा उनका आशीर्वाद
 
6. पितरों का श्राद्ध: काल भैरव अष्टमी पर पितरों को याद करना और उनका श्राद्ध करना भी बहुत शुभ माना जाता है।
 
7. जरूरतमंदों को दान: गरीबों और जरूरतमंदों को वस्त्र, अन्न या धन का दान करने से भगवान काल भैरव प्रसन्न होते हैं।
 
काल भैरव का विशेष आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उपाय:
 
1. स्नान के बाद पूजा करें और काल भैरव के चित्र के सामने दीपक जलाएं।
 
2. 'ॐ कालभैरवाय नमः' इस मंत्र का नियमित जाप करें और साथ में पानी या दूध का अभिषेक करें, जो काल भैरव को समर्पित हो।
 
3. ताम्र पत्र या सोने के सिक्के पर इस मंत्र का उकेरकर, उसे मंदिर में चढ़ाएं।ALSO READ: Kaal Bhairav Puja 2025: काल भैरव अष्टमी पर करें इस तरह भगवान की पूजा, सभी संकट होंगे दूर
 
भैरव पूजन के लाभ:  
 
काल और भय से मुक्ति: इनकी आराधना से काल का भय समाप्त होता है और साहस की प्राप्ति होती है।
 
शनि और राहु शांति: ज्योतिष के अनुसार, काल भैरव की पूजा करने से शनि और राहु के अशुभ प्रभाव और दोष शांत होते हैं।
 
आर्थिक स्थिरता: इनकी कृपा से व्यक्ति को धन, स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्त होती है।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ALSO READ: Kalbhairav Ashtami 2025: कालभैरव को क्या चढ़ाएं, जानें भोग और प्रसाद संबंधी 10 चीजें

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Mulank 5: मूलांक 5 के लिए कैसा रहेगा साल 2026 का भविष्य?

Lal Kitab Kanya Rashifal 2026: कन्या राशि (Virgo)- राहु करेगा संकट दूर, गुरु करेगा मनोकामना पूर्ण

'मालव्य' और 'लक्ष्मी नारायण' राजयोग: इन 3 राशियों की चमकेगी किस्मत, मिलेगा अपार धन लाभ

Mokshada Ekadashi Katha: मोक्षदा एकादशी व्रत क्यों है इतना महत्वपूर्ण? जानें पौराणिक कथा

Mithun Rashi 2026: मिथुन राशि 2026 राशिफल: शनि के फेर में है कर्मफल और गुरु की मुट्ठी में बंद है भाग्य

सभी देखें

नवीनतम

27 November Birthday: आपको 27 नवंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!

Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 27 नवंबर, 2025: गुरुवार का पंचांग और शुभ समय

Shani margi gochar 2025: शनि का मीन राशि में मार्गी गोचर, 5 राशियों को मिलेगी राहत

Panchak November 2025: नवंबर 2025 में कब से कब तक है पंचक, जानें समय और प्रभाव

बुध ग्रह का वृश्‍चिक राशि में मार्गी गोचर 12 राशियों का राशिफल

अगला लेख