Rahu Gochar 2022: शनि, राहु और केतु ग्रह जातक को बहुत पीड़ा देते हैं। शनि ग्रह की तरह ही राहु बहुत धीमी गति से भ्रमण करता है। यह एक राशि में करीब 1.5 रहता है। वर्तमान में यह यह वृषभ राशि में गोचर कर रहा है। इसके बाद यह मेष राशि में ( Rahu transit in Aries ) गोचर करेगा। राहु के इस गोचर से 4 राशियों को बहुत ज्यादा कठिनाई खड़ी होगी। ऐसे में यहां पर बचने के उपाय जरूर जान लें।
कब करेगा मेष राशि में प्रवेश ( zodiac sign astrology) : करीब 18 साल 7 महीने बाद राहु मेष राशि में प्रवेश करेगा। अगले वर्ष राहु 12 अप्रैल 2022 को सुबह 10:36 बजे वृषभ राशि से मेष राशि में गोचर करेगा। राहु हमेशा वक्री चाल ही चलता है। वक्री अर्थात उल्टी चाल में ही वह भ्रमण करता है।
1. मेष राशि : मेष राशि के जातकों के लिए अप्रैल माह 2022 में राहु लग्न राशि के दूसरे भाव से निकलकर पहले में गोचर करेगा। ऐसे में आपको अपमान या अचानक किसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा यहां स्थित राहु रोग और दुःख भी देता है। यह आपके जीवन के हर क्षेत्र में उथल-पुथल मचा देगा।
उपाय : प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें, हर तरह के बुरे कार्यों से बचें और 4 शनिवार मिट्टी के पात्र में जौ भरकर नदी में प्रवाहित करें।
2. वृषभ राशि : राहु आपकी राशि के लग्न भाव में गोचर कर रहे हैं जो अशुभ माना जाता है। इसके बाद राहु 12वें भाव में गोचर करेगा तो खर्चें बड़ा देगा और सेहत को बिगाड़ देगा।
उपाय : प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें, रोज माथे पर केसर या चंदन का तिलक लगाएं और बुरे कर्मों से दूर रहें।
3. मकर राशि : राहु आपकी राशि में अगले वर्ष अप्रैल में चतुर्थ भाव में गोचर करेगा। यह समय करियर, नौकरी, जमीन-जायदाद और माता की सेहत के लिए अच्छा नहीं होगा। राहु के प्रभाव से जॉब और प्रॉपर्टी समेत अन्य मामलों में परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
उपाय : प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें, शनिवार के दिन बहते हुए जल में नारियल बहाएं। शनिवार को छाया दान करें।
4. धनु राशि : आपकी राशि में राहु छठे के बाद अप्रैल 2022 में पंचम भाव में प्रवेश करेगा। इस भाव में राहु आय और व्यापार में तो शुभ फल प्रदान करता है लेकिन प्रेम संबंधों, परिवार, बच्चों और शेयर बाजार आदि कार्यों के लिए अच्छा नहीं होता है।
उपाय : पक्षियों को प्रतिदिन सात प्रकार के अनाज खिलाएं। हनुमान चालीसा बढ़ते रहें।
डिस्क्लेमर : यह जानकारी ज्योतिष मान्यता, गोचर की प्रचलित धारणा आदि पर आधारित है। इसकी पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। पाठक ज्योतिष के किसी जानकार से पूछकर ही कोई निर्णय लें।