अधिक मास 2020 : कौन हैं दान के देवता, कैसे करें दान जानिए

Webdunia
Adhik Maas Daan
 
* कुछ भी दान करने से पहलें जान लें किस दान के कौन हैं देवता
 
भारतीय संस्कृति मे दान का महत्व सर्वाधिक बताया गया है, दान का अर्थ सिर्फ किसी चीज को लेना नहीं है। दान को स्वीकार करना प्रतिग्रहण है। पुरुषोत्तम मास के देवता श्रीहरि विष्णु हैं। अत: जिन कार्यों के कोई देवता नहीं है तो उनका दान भगवान श्रीविष्‍णु को देवता मानकर देने का बहुत महत्व माना गया है। 
 
हमारे धर्मों में जप, तप, दान और यज्ञ का बड़ा महत्व माना गया है। ग्रहों का दान, गौ दान, कन्या दान, सोना-चांदी, खाने-पीने की वस्तुएं तथा दवा-औषधि आदि का दान बहुत ही लाभदायी और महापुण्‍यकारी माना गया है। दान के संबंध में खास तौर पर सोना-चांदी, गौ दान तथा कन्या दान को हमारे शास्त्रों ने दान की श्रेष्ठ श्रेणी में रखा है। आइए जानें कैसे दें दान और कौन हैं उनके देवता-  
 
दान में जो चीज दी जा रही है, उसके अलग-अलग देवता कहे गए हैं। जानिए कौन हैं दान के देवता... 
 
* सोने के देवता अग्नि है, दास के प्रजापति है। 
 
* गाय के देवता रूद्र हैं। 
 
* जिन कार्यों के कोई देवता नहीं है, उनका दान श्रीविष्णु को देवता मानकर दिया जाता है।
 
कैसे दें दान की दक्षिणा : 
 
* दान करते समय दान लेने वाले के हाथ पर 'जल' गिराना चाहिए। 
 
* दान लेने वाले को 'दक्षिणा' अवश्य देनी चाहिए। 
 
* पुराने जमाने में दक्षिणा सोने के रूप में दी जाती थी, लेकिन अगर सोने का दान किया जा रहा हो तो उसकी दक्षिणा चांदी के रूप में दी जाती है।
 
* दान लेने की स्वीकृति मन से, वचन से या शरीर से दी जा सकती है। 
 
* दान का अर्थ है, अपनी किसी वस्तु का स्वामी किसी दूसरे को बना देना। 

ALSO READ: Purushottam Maas 2020 : आपका हर सपना पूरा करेंगे पुरुषोत्तम मास के 12 विशेष उपाय

ALSO READ: अधिक मास 2020 : जानिए 20 काम की बातें

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

हनुमान जी के अवतार नीम करोली बाबा के ये 5 संकेत, अच्छे दिनों के आगमन की देते हैं सूचना

महिला ने प्रेमानंद महाराज से पूछा, तीर्थयात्रा में पीरिअड्स आने पर दर्शन करें या नहीं, जानिए महाराज का जवाब

भारत और पाकिस्तान की कुंडली में किसके ग्रह गोचर स्ट्रॉन्ग हैं, क्या मिलेगा PoK

बाजीराव बल्लाल और उनकी पत्नी मस्तानी की रोचक कहानी

वैशाख माह में ये 5 करेंगे कार्य तो कैसा भी संकट और कर्ज हो होगा समाप्त

सभी देखें

नवीनतम

02 मई 2025 : आपका जन्मदिन

02 मई 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

बुध का मेष राशि में गोचर, 4 राशियों के रहेगा शुभ

मई 2025 का मासिक राशिफल: हर राशि के लिए विशेष भविष्यवाणियां

कब है वृषभ संक्रांति, क्या है इसका महत्व

अगला लेख
More