ग्रहों की शुभ-अशुभ स्थिति का संकेत हमें अपनी जिंदगी से मिल सकता है। डालिए एक नजर अपने आप पर, अपने व्यवहार पर, अपनी जिंदगी पर और जानिए ग्रहों की स्थिति....
सूर्य - जिन लोगों की कुंडली में ये ग्रह शुभ स्थिति में होता है, उन्हें घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान मिलता है। ये ग्रह अशुभ हो तो तो आंखों से जुड़ी परेशानियां होती हैं, मान-सम्मान नहीं मिलता है।
चंद्र - कुंडली में चंद्र की शुभ स्थिति हो तो व्यक्ति मानसिक रूप से स्थिर रहता है। चंद्र अशुभ होने पर व्यक्ति का मन बहुत चंचल होता है, मानसिक तनाव बना रहता है।
मंगल - इस ग्रह के शुभ होने पर व्यक्ति को जमीन संबंधी कामों में विशेष लाभ मिलता है। माता की ओर से पूरा सहयोग मिलता है। अगर ये ग्रह अशुभ हो तो विवाह के बाद परेशानियां आती हैं, रक्त संबंधी कोई बीमारी हो सकती है।
बुध - ये ग्रह शुभ स्थिति में हो तो व्यक्ति का दिमाग बहुत तेज चलता है। इसके अशुभ होने पर व्यक्ति बुद्धि से संबंधित कामों में सफल नहीं हो पाता है।
गुरु - गुरु ग्रह की शुभ स्थिति होने पर व्यक्ति धार्मिक कार्यों में लगा रहता है। व्यक्ति शिक्षा के क्षेत्र में लाभ कमाता है। इस ग्रह के अशुभ होने पर भाग्य का साथ नहीं मिलता है। कड़ी मेहनत के बाद ही किसी काम में सफलता मिलती है।
शुक्र - अगर ये ग्रह शुभ स्थिति में हो तो व्यक्ति सभी भौतिक सुख-सुविधाएं मिलती हैं। व्यक्ति ऐश और आराम के साथ रहता है। इसके अशुभ होने से व्यक्ति का वैवाहिक जीवन परेशानियों से भरा रहता है।
शनि -जिस व्यक्ति के लिए शनि शुभ है, उन्हें मशीन से संबंधित कामों में ज्यादा लाभ मिलता है। ये ग्रह अशुभ हो तो व्यक्ति दुर्भाग्य का सामना करता है। परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वाहन से हानि हो सकती है।
राहु-केतु - जिन लोगों की कुंडली ये दोनों शुभ स्थिति में होते हैं, वे रहस्यमयी होते हैं और कई उपलब्धियां हासिल करते हैं। जबकि इन ग्रहों के अशुभ होने से व्यक्ति का मानसिक संतुलन बिगड़ सकता है। व्यक्ति नशे का शिकार हो सकता है।