'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए 'पाक्षिक-पंचाग' श्रृंखला में प्रस्तुत है कार्तिक कृष्ण पक्ष का पाक्षिक पंचांग-
संवत्सर- विरोधकृत
संवत्- 2075 शक संवत् :1940
माह-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण पक्ष (25 अक्टूबर से 7 नवंबर)
ऋतु: हेमंत
रवि: दक्षिणायने
गुरु तारा- उदित स्वरूप
शुक्र तारा- अस्त स्वरूप (दिनांक 31 अक्टूबर को पूर्व दिशा में उदित होगा)
सर्वार्थ सिद्धि योग- 25 अक्टूबर, 27 अक्टूबर, 4 नवंबर,
अमृतसिद्धि योग- अनुपस्थित
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- 30 अक्टूबर
रविपुष्य योग- अनुपस्थित
गुरुपुष्य योग- अनुपस्थित
एकादशी- 3 नवंबर (रमा एकादशी व्रत)
प्रदोष- 5 नवंबर (सोम प्रदोष व्रत)
भद्रा- 27 अक्टूबर (उदय-अस्त), 30 अक्टूबर (उदय-अस्त), 2 नवंबर (उदय-अस्त), 5 नवंबर (उदय)- 6 नवंबर (अस्त)
पंचक- अनुपस्थित
मूल- 31 अक्टूबर से प्रारंभ- 2 नवंबर को समाप्त,
अमावस्या- 7 नवंबर (दीपावली)
ग्रहाचार: सूर्य-तुला राशि में, चंद्र-(सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-मकर (दिनांक 6 नवंबर से कुंभ राशि में), बुध-वृश्चिक राशि में, गुरु-वृश्चिक राशि में, शुक्र-तुला राशि में, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्योहार: 27 अक्टूबर- करवा चौथ (चंद्रोदय रात्रि 8 बजकर 06 मिनट पर),
5 नवंबर- धन त्रयोदशी (धनतेरस), 6 नवंबर- रूप चतुर्दशी (नरक चौदस), 7 नवंबर- श्री महालक्ष्मी पूजा, दीपमालिका प्रज्ज्वलन (दीपावली)।
- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
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