अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह में पूर्व के देशों में सुख-शांति रहेगी। पश्चिम व दक्षिण के देशों में अशांति एवं उत्तर के देशों में महिलाओं पर कष्ट रहेगा। विश्व में इस माह विज्ञान के क्षेत्र में अच्छी उन्नति होगी, विशेषकर भारत में इस क्षेत्र में नई दिशा प्राप्त होने के योग हैं। देश में राजनीतिक दंगल होंगे व प्रजा को कष्ट रहेगा, किसी बड़े नेता पर कष्ट आएगा तथा सरकार और विपक्ष के बीच तालमेल नहीं बैठेगा। आतंकवाद में कसाव होगा, पड़ोसी देशों की हालत खराब होगी।
कृषि के क्षेत्र में इस माह भारत में परेशानी आएगी। फसल नष्ट होगी। गेहूं, चना, अरहर व कपास में तेजी रहेगी। जीरा, मूंग, हींग व मसूर के भाव मध्यम रहेंगे। सोना, पीतल, तांबा व लाल चंदन के भावों में तेजी रहेगी एवं चांदी, चावल, कांसा व एल्युमीनियम के भावों में उतार-चढ़ाव रहेगा। भारत में इस माह आर्थिक मंदी रहेगी
अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में उत्तर-दक्षिण के देशों में शांति रहेगी। पश्चिम के देशों में आंतरिक झगड़े रहेंगे एवं पूर्व के देशों में युद्धादि का भय बना रहेगा। इस माह की कुंडली को आकाशीय चाल से देखें तो मौसम में परिवर्तन दिखाई देगा। कहीं-कहीं वर्षा कम होगी व कहीं ज्यादा व कहीं पूर्ण रूप से नहीं होगी।
गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, कश्मीर, हरियाणा में अक्टूबर माह के प्रथम तथा दूसरे सप्ताह वर्षा रहेगी। छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा व पंजाब में दूसरे सप्ताह तक खंड वर्षा होगी व फिर मौसम परिवर्तन रहेगा। अन्य राज्यों में मौसम परिवर्तन के लक्षण अक्टूबर के प्रथम सप्ताह से दिखाई देने लगेंगे।