नवंबर माह के शुभ-अशुभ योग, जानिए

आचार्य डॉ. संजय
कार्य-सिद्धि योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्‍पन्न होते हैं। इसी कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले शुभ योग-संयोग को देख-परख लेना श्रेष्ठ होता हैं। अगर आपको किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। आपके लिए प्रस्तुत हैं नवंबर 2016 के शुभ-अशुभ योग। आइए जानें :- 


 
नवंबर माह के कार्य-सिद्धि योग

दिनांक समय
02 नवंबर प्रात: 06.10 से सायं 05.57 तक
06 नवंबर प्रात: 06.12 से देर रात्रि 03.14 तक
07 नवंबर प्रात: 06.13 से देर रात्रि 04.18 तक
11 नवंबर देर रात्रि 01.00 से देर रात्रि 06.15 तक
13 नवंबर प्रात: 06.17 से सायं 07.36 तक
15 नवंबर प्रात: 06.18 से दिन 01.17 तक
16 नवंबर समस्त
17 नवंबर देर रात्रि 05.37 से देर रात्रि 06.20 तक
18 नवंबर प्रात: 06.20 से देर रात्रि 04.16 तक
26 नवंबर दिन 03.04 से देर रात्रि 06.26 तक
28 नवंबर रात्रि 09.04 से देर रात्रि 06.35 तक। 

अमृत सिद्धि योग

02 नवंबर प्रात: 06.10 से सायं 05.57 तक
11 नवंबर देर रात्रि 01.00 से देर रात्रि 06.15 तक

सर्वदोषनाशक रवि योग

02 नवंबर सायं 05.57 से 03 नवंबर रात्रि 08.46 तक।
04 नवंबर रात्रि 11.21 से 05 नवंबर देर रात्रि 01.33 तक।
06 नवंबर प्रात: 07.34 से देर रात्रि 03.14 तक।
08 नवंबर प्रात: 04.37 से 09 नवंबर देर रात्रि 04.09 तक।
12 नवंबर रात्रि 10.31 से 13 नवंबर सायं 07.36 तक।
18 नवंबर देर रात्रि 04.16 से 19 नवंबर दिन 01.40 तक।
19 नवंबर देर रात्रि 03.44 से 20 नवंबर देर रात्रि 04.02 तक। 
शेष योग अगले पृष्ठ पर पढ़ें...

 

 


द्विपुष्कर (दो गुना फल) योग

26 नवंबर प्रात: 06.26 से दोपहर 10.11 तक। 

त्रिपुष्कर (तीन गुना फल) योग

01 नवंबर प्रात: 06.09 से दोपहर 03.00 तक। 
06 नवंबर दोपहर 12.17 से देर रात्रि 03.14 तक। 

विघ्नकारक भद्रा

03 नवंबर सायं 07.45 से 04 नवंबर प्रात: 08.52 तक
07 नवंबर दोपहर 01.10 से देर रात्रि 01.16 तक। 
10 नवंबर रात्रि 10.18 से 11 नवंबर प्रात: 09.13 तक। 
13 नवंबर रात्रि 11.18 से 14 नवंबर प्रात: 09.21 तक। 
16 नवंबर  रात्रि 10.03 से 17 नवंबर प्रात: 08.23 तक। 
19 नवंबर देर रात्रि 02.18 से 20 दोपहर 2.00 बजे तक। 
23 नवंबर दिन 04.27 से देर रात्रि 05.26 तक। 
27 नवंबर दोपहर 12.47 से देर रात्रि 02.04 तक। 

पंचक

08 नवंबर दिन 04.33 से 12 नवंबर रात्रि 10.31 तक
मूल-संज्ञक नक्षत्र

रेवती अश्विनी 11 नवंबर देर रात्रि 01.00 से 13 नवंबर सायं 07.36 तक। 
आश्लेषा मघा 19 नवंबर देर रात्रि 03.44 से 21 नवंबर देर रात्रि 05.09 तक। 
ज्येष्ठा मूल 29 नवंबर रात्रि 11.55 से 01 दिसंबर देर रात्रि 05.05 तक। 

 
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