इस बार नौतपा (9 दिन) में से पांच दिन धरती खूब तपेगी। ज्योतिषविदों के अनुसार 5 मई से ज्येष्ठ का महीना शुरू हुआ है, जो 2 जून तक रहेगा। इस बीच 5 मंगलवार का योग भी बन रहा है, जो गर्मी के बढ़ने में विशेष सहायक रहेगा।
सूर्य का रोहिणी में प्रवेश
- सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश के साथ ही नौतपा शुरू हो जाएगा। पंडित मनीष शर्मा बताते हैं कि सूर्य 25 मई को रोहिणी नक्षत्र में शाम 7.53 पर प्रवेश कर जाएगा, जो 3 जून तक रहेगा।
- 25 से 30 मई तक सूर्य, मंगल, बुध का शनि से समसप्तक योग होने से धरती खूब तपेगी।
- 30 मई को शुक्र के कर्क में जाने से गुरु-शुक्र का योग बनेगा, जो गर्मी के साथ-साथ कहीं-कहीं बादल वर्षा का भी कारक बनेगा। आर्द्रा नक्षत्र का प्रवेश 22 जून को और ग्रहों का योग वर्षा काल में अच्छी बारिश के संकेत दे रहा है।
2 आषाढ़ बनाएंगे खंड वर्षा योग
इस बार दो आषाढ़ के महीने भी रहेंगे। पहला आषाढ़ 3 जून से 2 जुलाई तक और दूसरा आषाढ़ 3 जुलाई से 31 जुलाई तक रहेगा। आषाढ़ मास की अधिकता शास्त्रानुसार खंडवृष्टि का योग बनाते हैं। जुलाई का माह खंडवृष्टि का प्रमाण देगा।
यह है नौतपा
ज्योतिष मनीष शर्मा के मुताबिक, ज्येष्ठ माह में सूर्य के वृष राशि के 10 अंश से 23 अंश 40 कला तक नौतपा कहलाता है। इस दौरान तेज गर्मी रहने पर बारिश के अच्छे योग और कम तपन पर बारिश में कमी दर्शाती है। सूर्य 8 जून तक 23 अंश 40 कला तक रहेगा।