हिन्दुओं में अब ज्यादातर त्योहारों को लेकर असमंजस की स्थिति होने लगी हैँ, क्योंकि अधिकतर त्योहार दो दिन मनाए जाने लगे हैं। यही स्थिति नागपंचमी की भी है। ज्यादातर कैलेंडर और ज्यादातर मीडिया 27 जुलाई को नागपंचमी का त्योहार होने की बात कह रहे हैं। वास्तव में नागपंचमी आज नहीं कल यानी 28 जुलाई दिन है। जानें कैसे?
पंचांग के मुताबिक पंचमी तिथि आज सुबह 7 बजकर 1 मिनट से शुरू हो चुकी है, जो कल सुबह 6 बजकर 38 मिनट पर खत्म होगी। पंचमी के हिसाब से कुछ लोग इस त्योहार को आज मना रहे हैं लेकिन शास्त्रों में नागपंचमी उदया तिथि में मानी गई है। चूंकि उदया तिथि कल है इसलिए इस त्योहार को भी कल मनाना शास्त्रसम्मत है।
हालांकि कल सुबह पंचमी समाप्त हो रही है लेकिन फिर भी उदया तिथि लगने के कारण नागपंचमी के त्योहार का महत्व पूरे दिन रहेगा। यानी अगर आप सुबह जल्दी उठकर पूजन नहीं कर सकते तो परेशान न हों, दिन में अपने अनुसार किसी भी समय पूजन कर सकते हैं।
यह है मान्यता
नागपंचमी को लेकर मान्यता है कि जो भी इस दिन श्रद्धा व भक्ति से नाग देवता का पूजन करता है, उसे और उसके पूरे परिवार को कभी भी सर्प नुकसान नहीं पहुंचाते।
नागपंचमी पर पढ़ें यह अलौकिक नाग मंत्र... (देखें वीडियो)