मंगल का मकर राशि में गोचर, क्या होगा आप पर असर (पढ़ें 12 राशियां)

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
* उच्च का मंगल कैसा रहेगा 12 राशियों के लिए, जानिए... 
 
मंगल धनु राशि को छोड़कर बुधवार, 2 मई 2018 को दोपहर 2 बजे से उच्च का हो गया है, जो 6 नवंबर तक रहेगा। इसमें 28 जून से वक्री होकर 27 अगस्त तक वक्री रहेगा। मकर राशि में स्थित होने पर मंगल को उच्च का मंगल कहा जाता है। उच्च का मंगल साहस प्रदान करने वाला, ऊर्जावान होकर अनेक सफलताओं का कारक होता है। कई तरह से चली आ रही बाधाएं भी दूर करता है। 
 
मंगल की जन्म समय की स्थिति के अनुसार भी अनेक शुभ फल प्रदाता होता है। आइए जानते है मंगल किस राशि को लाभ किसके लिए हानिकारक होगा। पढ़ें 12 राशियों पर क्या होगा प्रभाव... 
 
मेष राशि व लग्न वालों को उच्च का मंगल दशम भाव से भ्रमण करने से राज्य, व्यापार, नौकरी आदि में सफलता रहेगी। प्रभाव बढ़ेगा, स्वास्थ्य ठीक रहेगा। पिता व उच्च अधिकारियों का सहयोग मिलेगा।

 
वृषभ राशि वालों के लिए नवम भाग्य से भ्रमण करने से भाग्य में प्रगतिपूर्ण वातावरण रहेगा। भाग्यबल द्वारा काम बनेंगे। बाहरी संबंधों में सुधार रहेगा वहीं जीवन साथी के स्वास्थ्य में भी अनुकूलता रहेगी।
 
मिथुन राशि व लग्न वालों के लिए मंगल का गोचरीय भ्रमण अष्टम से होने से आय में परिश्रम के द्वारा लाभ होगा, वहीं शत्रु वर्ग से बचकर चलना होगा। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आग से बचकर चलना होगा।

 
कर्क राशि व लग्न वालों के लिए मंगल का भ्रमण सप्तम से होने से जीवन साथी से लाभ रहेगा, वहीं दैनिक व्यवसाय में प्रगति आएगी। स्वास्थ्य जरा गड़बड़ ही रह सकता है। राज्य पक्ष मजबूत होगा। नौकरी पेशा लाभान्वित होंगे। 
 
सिंह राशि वालों के लिए षष्ठ भाव से भ्रमण करने से शत्रुओं पर विजय मिलेगी। पुराना कर्ज हो तो दूर होने के रास्ते खुलेंगे। बाहरी मामलों में संभलकर चलें। भाग्य साथ देगा, स्वास्थ्य ठीक रहेगा।

 
कन्या राशि वालों के लिए मंगल पंचम से भ्रमण करने से संतान के कार्य बनेंगे। शुभ परिणाम की आशा कर सकते हैं। वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में सफल होंगे। आय में कुछ कमी महसूस होगी। 
 
तुला राशि वालों के लिए चतुर्थ भाव से भ्रमण होने से पारिवारिक सहयोग मिलेगा। मकान की समस्या है तो दूर होगी। माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा। नौकरी पेशा सावधानी रखकर चलें। 

 
वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल तृतीय पराक्रम से भ्रमण होने से पराक्रम में वृद्धि होकर शत्रु नाश होगा। साझेदारी में सफलता, भाईयों का साथ मिलेगा। भाग्य में कुछ कमी रहेगी।
 
धनु राशि वालों के लिए मंगल द्वितीय भाव से भ्रमण होने से वाणी का प्रभाव बढ़ेगा। कुटुम्ब के व्यक्तियों का सहयोग मिलेगा। वाहनादि संभलकर चलाएं। संतान के कार्य बनेंगे। बाहरी सपंर्कों से लाभ होगा।

 
मकर का ही मंगल होने से प्रभाव में वृद्वि, रूके कार्य पूरे होंगे। महत्वाकांक्षाओं में सफलता, राजनीति में है तो लाभ रहेगा। जीवन साथी से चिंता रह सकती है। पारिवारिक सहयोग के साथ शुभ कार्य भी हो सकते हैं। 
 
कुंभ राशि वालों के लिए मंगल द्वादश भाव से होने से बाहरी संबंधों में सुधार रहेगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। विदेश योग है तो प्रबलता आएगी। भाईयों का साथ मिलेगा, साझेदारी में सफलता रहेगी। शत्रु से बचकर चलना होगा।

 
मीन राशि वालों के लिए मंगल एकादश आय भाव से भ्रमण होने से आय के नए मार्ग खुलेंगे। भाग्य साथ देगा, धन की बचत भी होगी। संतान पक्ष से चिंता रह सकती है। शत्रु प्रभावहीन होंगे। 
 
अशुभ प्रभाव दूर करने हेतु करें ये उपाय- 
 
* किसी भी मंगलवार को बजरंग बली को गुड़-चने का प्रसाद चढ़ाएं। 
 
* हो सके तो लाल मुंह के बंदरों को गुड़-चना खिलाएं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Shardiya navratri 2024: शारदीय नवरात्रि में गरबा उत्सव के दौरान क्या करें और क्या नहीं

Surya kanya Gochar : सूर्य का कन्या राशि में गोचर से 4 राशियों के चमक जाएंगे भाग्य, होगा अचानक से धनलाभ

16 shradh paksha 2024: पितृ पक्ष का दूसरा दिन : श्राद्ध पक्ष में प्रतिपदा के श्राद्ध का महत्व, जानिए किसका करते हैं श्राद्ध

16 shradh paksha 2024: अकाल मृत्यु जो मर गए हैं उनका श्राद्ध कब और कैसे करें?

Shardiya navratri 2024 ashtami date: शारदीय नवरात्रि की अष्टमी कब है, जानें शुभ मुहूर्त

सभी देखें

नवीनतम

Sukra Gochar : शुक्र ने बनाया केंद्र त्रिकोण राजयोग, 6 राशियों को नौकरी में मिलेगा प्रमोशन

कन्या राशि में बुध बनाएंगे भद्र महापुरुष राजयोग, 4 राशियों का होगा भाग्योदय

कैसा हो श्राद्ध का भोजन, जानें किन चीजों को न करें ब्राह्मण भोज में शामिल

Vastu Tips: घर में किचन किस दिशा में होना चाहिए और किस दिशा में नहीं होना चाहिए?

Sarvapitri amavasya 2024: सर्वपितृ अमावस्या की 10 अनसुनी बातों को जानकर आप सोच में पड़ जाएंगे

अगला लेख
More