कार्तिक पूर्णिमा पर नदी स्नान और दीपदान करने के 5 फायदे

Webdunia
Dev Diwali Kartik Purnima 2021 : कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन को देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। इस दिन नदी में स्नान और दीपदान करने का खासा महत्व रहता है। आओ जानते हैं स्नान के बाद दीपदान करने के 5 फायदे।
 
ALSO READ: क्यों मनाते हैं देव दिवाली का पर्व, जानिए 5 पौराणिक कारण
स्नान का महत्व ( Kartik Purnima Snan ) : देव उठनी एकादशी के दिन देवता जागृत होते हैं और कार्तिक पूर्णिमा के दिन वे यमुना तट पर स्नान कर दिवाली मानाते हैं। कार्तिक के पूरे माह में पवित्र नदी में स्नान करने का प्रचलन और महत्व रहा है। इस मास में श्री हरि जल में ही निवास करते हैं। मदनपारिजात के अनुसार कार्तिक मास में इंद्रियों पर संयम रखकर चांद-तारों की मौजूदगी में सूर्योदय से पूर्व ही पुण्य प्राप्ति के लिए स्नान नित्य करना चाहिए। खासकर पूर्णिमा के दिन स्नान करना अति उत्तम माना गया है। श्रद्धालु लोग जहाँ यमुना में स्नान करने पहुंचते हैं वहीं गढ़गंगा, हरिद्वार, कुरुक्षेत्र तथा पुष्कर आदि तीर्थों में स्नान करने के लिए जाते हैं। स्नान करने के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं।
दीपदान ( Kartik Purnima Deepdan ) : मान्यताओं के अनुसार देव दीपावली के दिन सभी देवता गंगा नदी के घाट पर आकर दीप जलाकर अपनी प्रसन्नता को दर्शाते हैं। इसीलिए दीपदान का बहुत ही महत्व है। कार्तिक माह में भगवान विष्णु या उनके अवतारों के समक्ष दीपदान करने से समस्त यज्ञों, तीर्थों और दानों का फल प्राप्त होता है।
ALSO READ: Kartik Purnima : कार्तिक पूर्णिमा के दिन जरूर करें ये 10 कार्य, घर होगा देवी लक्ष्मी का आगमन
1. संकट से मुक्ति : नदी, तालाब आदि जगहों पर दीपदान करने से सभी तरह के संकट समाप्त होते हैं और अकाल मृत्यु नहीं होती है। यम, शनि, राहु और केतु के बुरे प्रभाव से जातक बच जाता है। सभी तरह के अला-बला, गृहकलह और संकटों से बचने के लिए करते हैं दीपदान।
 
2. कर्ज से मुक्ति : दीपदान करने से जातक कर्ज से भी मुक्ति पा जाता है।
 
3. पुनर्जन्म का कष्ट मिटता : कार्तिकी को संध्या के समय त्रिपुरोत्सव करके- 'कीटाः पतंगा मशकाश्च वृक्षे जले स्थले ये विचरन्ति जीवाः, दृष्ट्वा प्रदीपं नहि जन्मभागिनस्ते मुक्तरूपा हि भवति तत्र' से दीपदान करें तो पुनर्जन्म का कष्ट नहीं होता। अपने मृ‍तकों की सद्गति के लिए भी करते हैं दीपदान।
 
4. मनोकामना होती पूर्ण : इस दिन गंगा के तट पर स्नान कर दीप जलाकर देवताओं से किसी मनोकामना को लेकर प्रार्थना करें। किसी भी तरह की पूजा या मांगलिक कार्य की सफलता हेतु करते हैं दीपदान।
ALSO READ: कार्तिक पूर्णिमा की ये खास 10 बातें, आप भी जानिए। Kartik Purnima
5. बढ़ती है धन समृद्धि : घर में धन समृद्धि बनी रहे इसीलिए भी करते हैं दीपदान। लक्ष्मी माता और भगवान विष्णु को प्रसन्न कर उनकी कृपा हेतु करते हैं दीपदान।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Kanya sankranti 2024: कन्या संक्रांति कब है, क्या है इसका महत्व, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

Shani gochar 2025: शनि के कुंभ राशि से निकलते ही इन 4 राशियों को परेशानियों से मिलेगा छुटकारा

Shukra Gochar : शुक्र गोचर से बना मालव्‍य योग, छप्‍पर फाड़कर मिलेगा 3 राशियों को धन

Surya in kanya : 16 सितंबर को सूर्य के कन्या राशि में जाने से 4 राशियों के बुरे दिन होंगे शुरू

Sarva Pitru Amavasya 2024: सर्वपितृ अमावस्या के दिन विदा होते हैं पितर, जानें डेट व तर्पण के लिए कुतुप मुहूर्त

सभी देखें

नवीनतम

Weekly Horoscope: इस हफ्ते किसे मिलेगा भाग्य का साथ, जानें साप्ताहिक राशिफल (मेष से मीन राशि तक)

Weekly Calendar: सितंबर 2024 के साप्ताहिक पंचांग मुहूर्त हिन्दी में (जानें 16 से 22 तक)

Aaj Ka Rashifal: 15 सितंबर का राशिफल, जानें 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा दिन

15 सितंबर 2024 : आपका जन्मदिन

15 सितंबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

अगला लेख
More