ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष (द्वितीय) का पाक्षिक-पंचांग, पढ़ें आगामी खास योग और त्योहार...

पं. हेमन्त रिछारिया
'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए 'पाक्षिक-पंचाग' श्रृंखला में प्रस्तुत है द्वितीय ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष का पाक्षिक पंचांग : -
 
संवत्सर- विरोधकृत 
संवत्- 2075 शक संवत् :1940
माह- ज्येष्ठ (द्वितीय)
पक्ष- शुक्ल पक्ष (14 जून से 28 जून)
ऋतु- ग्रीष्म-वर्षा 
रवि- उत्तरा-दक्षिणायने
गुरु तारा- उदित स्वरूप
शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 15 जून, 23 जून, 25 जून।
अमृतसिद्धि योग- 17 जून
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- 24 जून 
रवि-पुष्य योग- 17 जून
गुरु-पुष्य योग- अनुपस्थित
एकादशी- 24 जून (निर्जला एकादशी व्रत)
प्रदोष- 25 जून (सोम प्रदोष)
भद्रा- 16 जून (उदय)-17 जून (अस्त), 20 जून (उदय-अस्त), 23 जून (उदय)-24 जून (अस्त), 
27 जून (उदय-अस्त)  
पंचक- अनुपस्थित
पूर्णिमा- 28 जून (द्वितीय ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष समाप्त)
ग्रहाचार- सूर्य-मिथुन राशि में, चन्द्र- (सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-मकर, बुध-मिथुन राशि में (25 जून से कर्क राशि में), गुरु-तुला, शुक्र- कर्क राशि में, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्योहार : 21 जून-महेश नवमी/सूर्य दक्षिणायन, 25 जून-वट सावित्री व्रतारंभ, 
28 जून- कबीर जयंती। 
 
- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 पर जाने के लिए कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन?

12 साल बाद बृहस्पति का मिथुन राशि में गोचर, 12 राशियों का राशिफल

बुद्ध जयंती कब है, गौतम सिद्धार्थ नेपाली थे या भारतीय?

भगवान परशुराम और श्री राम एक ही काल में साथ-साथ थे तो दोनों विष्णु के अवतार कैसे हो सकते हैं?

अमरनाथ यात्रा के बीच इन 5 कठिनाइयों का करना पड़ता है सामना

सभी देखें

नवीनतम

24 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

24 अप्रैल 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

शनि के बाद बृहस्पति और राहु के राशि परिवर्तन से क्या होगा महायुद्ध?

क्या भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध होने वाला है, क्या कहते हैं ग्रह नक्षत्र

अमावस्या वाला वट सावित्री व्रत कब रखा जाएगा, क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त

अगला लेख
More