गुरु ज्ञान धर्म, न्याय, राजनीति का कारक राजयोग प्रदाता ग्रह है। गुरु ने 12 सितंबर को 10 बजे तुला लग्न में प्रवेश किया है। गुरु शुक्र में आपसी शत्रुता है लेकिन गुरु शुक्र से समभाव भी रखता है। गुरु की पंचम दृष्टि कुंभ राशि पर है वहीं सप्तम मंगल की मेष राशि पर है। नवम दृष्टि बुध की राशि मिथुन पर है।
आइए जानते हैं विभिन्न राशियों पर गुरु की शुभ-अशुभ स्थिति-
मेष राशि : गुरु का प्रभाव उत्तम रहेगा। प्रभाव में वृद्धि, ज्ञान, धर्म में रुचि बढ़ेगी। प्रशासनिक क्षमता में विस्तार होगा। कोई महत्वपूर्ण पद भी मिल सकता है। आय में मिली-जुली स्थिति रहेगी। दांपत्य जीवन में कुछ परेशानियां अनुभव करेंगे। पराक्रम द्वारा लाभ मिलेगा। साझेदारी में सावधानी रखें। भाइयों का सहयोग मिलेगा।
वृषभ राशि : शत्रुओं पर अपनी सुदृढ़ नीतियों द्वारा सफलता मिलेगी। कर्ज न लें तो बेहतर होगा। बाहरी संबंधों से लाभ मिलेगा वहीं महत्वपूर्ण कार्य या धार्मिक कार्यों से यात्रा संभव है। नौकरीपेशा के लिए समझदारी से चलने का समय है। आर्थिक बचत होगी लेकिन परिवार पर खर्च भी होगा।
मिथुन राशि : संतान के मामलों में खर्च होगा। विद्यार्थी वर्ग पढ़ाई पर ध्यान रखकर चलें। मनोरंजन के साधनों पर खर्च होगा। ईमानदारी से कमाने पर आय की उत्तम प्राप्ति होगी। प्रभाव बढ़ेगा। धर्म-कर्म में आस्था बढ़ेगी। सोचे कार्य पूर्ण होंगे व स्वप्रयत्नों से सफलता की सीढ़ी चढ़ेंगे। कोई महत्वपूर्ण पद मिल सकता है।
कर्क राशि : पारिवारिक मामलों में मिली-जुली स्थिति रहेगी। हो सकता है शुभ कार्यों के होने से खर्च करना पड़े। राजनीति के मामलों में सफलता के साथ प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। नौकरीपेशाओं के लिए लाभदायक स्थिति रहेगी। व्यापार-व्यवसाय में प्रगतिपूर्ण समय रहेगा। स्वास्थ्य ठीक ही रहेगा। बाहरी संबंधों से लाभजनक स्थिति पाएंगे।
सिंह राशि : पराक्रम पर ध्यान देकर चलें व लापरवाही से बचें। भाइयों का सहयोग लेकर चलें। साझेदारी के मामलों में सतर्कता रखें। भाग्य साथ देने से राहत मिलेगी। धर्म-कर्म में आस्था का संचार होगा। विशेष कार्य व पद मिल सकता है। दांपत्य जीवन में मिली-जुली स्थिति रहेगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
कन्या राशि : धन के मामलों में सावधानी रखना होगी। कुटुंब के मामलों में खर्च हो सकता है। वाणी में संयम रखना होगा। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। गुप्त युतियों से लाभ मिलने की संभावना है। शासकीय मामलों में स्वप्रयत्नों से सफलता मिलेगी। नौकरीपेशा के लिए समय ठीक है। राजनीति से जुड़े व्यक्ति लाभान्वित होंगे।
तुला राशि : सावधानीपूर्वक कार्य करने का समय है। कोई भी निर्णय संभलकर व खूब सोच-विचार कर ही लें। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। दैनिक व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों के लिए सुखद स्थिति रहेगी। भाग्य साथ देने से कई रुके कार्य भी होंगे। समय का लाभ मिलेगा लेकिन लापरवाही से बचना होगा। संतान के मामलों में सावधानी भी रखें।
वृश्चिक राशि : बाहरी मामलों में सावधानी रखना होगी। यात्रा करते वक्त संभलकर चलें। शत्रु पक्ष पर प्रभाव बना रहेगा। नाना-मामा पक्ष का सहयोग मिलने से अनुकूल स्थिति रहेगी। कर्ज की स्थिति से राहत मिलेगी। पारिवारिक मामलों में संभलकर चलें। माता से विवाद हो सकता है। स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
धनु राशि : आर्थिक मामलों में सावधानी रखकर चलना होगा। अनैतिक तरीके से धन कमाने से बचें, नहीं तो परेशानी में आ सकते हैं। संतान सुख मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय ठीक ही रहेगा। मनोरंजन पर खर्च हो सकता है। परिश्रम पर विश्वास रखें व कार्य पर ध्यान देकर चलें। साझेदारी में सतर्कता बरतें। अविवाहितों के लिए विवाह की संभावना बढ़ेगी।
मकर राशि : व्यापार-व्यवसाय में सावधानीपूर्वक चलें। नौकरीपेशा अपने कार्य पर ध्यान रखें व अधिकारी का सहयोग लेकर चलें। राजनीति से जुड़े व्यक्तियों को सावधानी रखना होगी। कुटुंब के मामलों में संभलकर चलना होगा। आर्थिक मामलों में सतर्कता बरतें। पारिवारिक मामलों में समय सुखद रहेगा। शुभ कार्य भी होंगे।
कुंभ राशि : भाग्य के मामलों में रुकावटों के बाद सफलता मिलेगी। धार्मिक मामलों में रुचि कम ही रहेगी। पिता से सहयोग लेकर चलना होगा। संतान पक्ष का सहयोग मिलेगा वहीं विद्यार्थी वर्ग के लिए समय सुखद होगा। पराक्रम द्वारा आपके कार्यों में सफलता मिलेगी। भाइयों व मित्रों का सहयोग मिलेगा।
मीन राशि : स्वास्थ्य के मामलों में सावधानी रखना होगी। प्रभाव में कमी का सामना करना पड़ेगा। राजनीति, नौकरीपेशा व व्यापार-व्यवसाय से जुड़े व्यक्ति भी संभलकर चलें। जोखिम के कार्यों से बचकर चलना होगा।
गुरु के उपाय :- गुरु की अशुभ स्थिति में गाय को गौशाला में चारा दान करें। 5 केले गुरुवार को किसी भी गरीब कन्या को दें। पत्रिका दिखाकर पुखराज पहनें। स्त्रियां हल्दी का टीका लगाएं। इस प्रकार गुरु के अशुभ प्रभाव से बचा जा सकता है।