* गुरु-पुष्य नक्षत्र: खरीदी करें, लेकिन इन बातों को ध्यान में रखकर...
यदि आप कोई वस्तु खरीदना चाहते हैं और फलदायी बनाना चाहते हैं तो उसे गुरुवार को खरीद लीजिए। गुरुवार को गुरु-पुष्य नक्षत्र है, साथ ही गजकेसरी योग का शुभ संयोग भी बन रहा है।
ज्योतिष के अनुसार गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र का होना काफी लाभप्रद होता है। इस दिन किए गए कार्यों का उत्तम फल प्राप्त होता है। अत: इस दिन खरीदारी करने से पूर्व निम्न बातों को ध्यान में रखना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में निश्चित ही सबकुछ शुभ ही शुभ हो जाता है, किसी भी प्रकार का अनिष्ट नहीं होता है। आइए जानें काम की बातें...
अपनी कुल परंपरा के अनुसार गुरुवार के इस योग में बही को क्रय करना चाहिए। साथ ही टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, कम्प्यूटर, लैपटाप, इलेक्ट्रानिक्स गुड्स, स्कूटर, बाइक, कार, भूमि, भवन, बर्तन, सोना, चांदी को क्रय करते समय इन 12 बातों का ध्यान रखना चाहिए।
* उसे स्नानादि से शुद्ध पवित्र होकर ही लेने जाना चाहिए।
* वस्त्र नवीन या धुले हुए पारंपरिक पहनना चाहिए।
* गुरुदेव, गणेशजी, लक्ष्मी व सरस्वतीजी का पूजन करना चाहिए।
* जो भी सामग्री लें वह कटी-फटी या दाग-धब्बे रहित होना चाहिए।
* बही आदि उधार नहीं लाना चाहिए।
* बही लाने जाते-आते समय मुंह नहीं झूठा करना चाहिए।
* पूरी प्रक्रिया में इष्टदेव का स्मरण रखना चाहिए।
* सामग्री लाकर उसे पवित्र स्थान पर रखना चाहिए।
* इस सामग्री में सरस्वतीदेवी का विशेष स्मरण करना चाहिए।
* यदि हो सके तो सामग्री लेने जाने के पूर्व देव दर्शन अवश्य करना चाहिए।
* बही के अतिरिक्त इस दिन वस्त्र, आभूषण, रत्न, पात्र का क्रय करना भी शुभ फलदायी रहता है।
* इस दिन स्वर्ण, चांदी के आभूषण, रत्न, वस्त्र स्थायी संपत्ति जैसे भूमि-भवन वाहन आदि क्रय करना काफी शुभ होता है।
गुरु-पुष्य नक्षत्र खरीदारी सहित सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन खरीदी गई वस्तु का स्थायित्व बना रहता है। गुरुवार को विशेष योग में कुछ न कुछ खरीदारी करना इस दिन शुभ माना जाता है।