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बृहस्पति 2025 से 2032 तक चलेंगे अतिचारी चाल, 10 मामलों में दुनिया रहेगी बेहाल, 4 राशियां होगी मालामाल

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WD Feature Desk

, बुधवार, 20 अगस्त 2025 (16:19 IST)
Guru atichari 8 year effects in hindi: कहते हैं कि कुंडली में गुरु अच्‍छा है तो सबकुछ अच्छा रहता है लेकिन आकाश मंडल में 18 मई 2025 से ही गुरु अपनी चाल बदलकर अतिचारी चाल चल रहे हैं जिसके चलते हमने देखा ही है कि देश और दुनिया में क्या हो रहा है। अतिचारी बृहस्पति का अर्थ है कि वैसे सामान्य रूप से गुरु एक राशि में 12 माह तक रहते हैं लेकिन वे तेज चाल चलते हुए एक राशि को 6 से 8 माह में पार करके दूसरी राशि में पहुंच जाएंगे और फिर से वहां 2 या 3 माह रहकर वक्री होकर पुन: उसी राशि में लौट आएंगे और फिर पुन: उसी राशि में गोचर कर जाएंगे। गुरु 1 वर्ष में किसी राशि में 30 डिग्री तक गति करते हैं, लेकिन इस बार गुरु 30 डिग्री को तेज गति से पार करके यानी 4 या 5 माह में ही पार करके मिथुन से कर्क में चले जाएंगे और वहां डेढ़ से 2 माह रहने के बाद पुन: मिथुन में वक्री होकर लौटेंगे जहां वे 30 से 25 डिग्री चलकर पुन: कर्क में मार्गी हो जाएंगे। 
 
बृहस्पति का गोचर 2025-26: वर्तमान में गुरु मिथुन राशि में हैं। 18 अक्टूबर 2025 को कर्क में रहेंगे। 5 दिसंबर 2025 को पुनः मिथुन राशि में लौटेंगे। 2 जून 2026 को पुन: कर्क में गोचर करेंगे। 31 अक्टूबर 2026 को सिंह राशि में गोचर करें। इस तरह उनकी गति कभी आगे तो कभी पीछे चलती रहेगी। 2 जून 2026 मंगलवार को मध्यरात्रि 02:25 पर जब बृहस्पति कर्क राशि में गोचर करेंगे तो उच्च का फल देंगे। ज्योतिष के अनुसार 14 मई 2025 से गुरु ग्रह वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में 3 गुना अतिचारी हो रहे हैं। अतिचारी यानी वे अब तेज गति से एक राशि को बहुत कम समय में पार करके पुन: उसी राशि में वक्री लौटेंगे और फिर मार्गी होकर पुन: अगली राशि में चले जाएंगे। ऐसे वे 8 वर्षों तक करेंगे। वर्ष 2025 में बृहस्पति ग्रह तीन राशियों मिथुन, कर्क और सिंह राशि में भ्रमण करेंगे।
 
गुरु के अतिचारी होने से क्या होगा देश दुनिया का हाल:
1. संचार माध्यम: गुरु की मिथुन राशि में स्थिति के दौरान, मीडिया में भ्रम, झूठी सूचनाओं का प्रसार के चलते देश और दुनिया में तनाव बढ़ सकता हैं। सोशल मीडिया और इंटरनेट का भविष्य खतरने में पड़ने वाला है।
 
2. मौसम परिवर्तन: धरती पर भूगर्भीय और मौसमी हलचल बढ़ जाएगी। बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन के चलते भूकंप, बाढ़, तूफान और जल संबंधित प्राकृतिक आपदाएं बढ़ सकती हैं, जोकि बढ़ ही गई है।
 
3. राष्ट्रीय भावना: कर्क राशि में गुरु के उच्च अवस्था में आने पर, राष्ट्रीयता की भावना, सांस्कृतिक पहचान और नए वैश्विक गठबंधन उभर सकते हैं। राष्ट्रवाद और धर्मनिरपेक्षता के बीच बड़ा टकराव होगा।
 
4. राजनीति में बदलाव: अक्टूबर 2026 में गुरु सिंह राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे प्रभावशाली नेताओं का उदय और वैश्विक राजनीति में बदलाव की संभावना है। गुरु के अतिचारी होने से देश और दुनिया की अर्थव्यवस्था में और शासन व्यवस्था में भी भारी बदलाव देखने को मिलेंगे।
 
5. आर्थिक हलचल: जब गुरु कर्क राशि में प्रवेश करेंगे, तो यह उच्च अवस्था में होंगे, जिससे कुछ समय के लिए आर्थिक स्थिरता, सरकारी कल्याण योजनाओं, कृषि और रियल एस्टेट क्षेत्र में सुधार की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन सर्विस सेक्टर में नकारात्मक बदलाव के चलते बेरोजगारी बढ़ेगी।
 
6. धर्म और अध्यात्म: बृहस्पति के अतिचारी होने से जहां धर्म, अध्यात्म, ज्ञान के क्षेत्र में वृद्धि की स्थिति बनेगी। धर्म छोड़ने और धर्म को अपनाने की प्रवृत्ति बढ़ेगी। नास्तिकता और आस्तिकता के बीच जंग होगी।
 
7. महायुद्ध: वैश्विक स्तर पर विभिन्न देश युद्ध की ओर बढ़ेंगे। युद्ध के नए मोर्चे खुलेंगे। महायुद्ध होगा। महाभारत काल में भी गुरु 7 वर्षों के लिए अतिचारी हुए थे तो महाभारत का युद्ध हुआ था। कुछ ऐसा ही युद्ध होगा।
 
8. महामारी: अगले 8 वर्षों के दौरान कोरोना वायरस की तरह किसी नई महामारी के आने की संभावना है।
 
9. टेक्नोलॉजी: टेक्नोलॉजी इतनी विकसित हो जाएगी जिसकी कभी किसी ने कल्पना नहीं की होगी। AI से ही अधिकतार कार्य होगा। लोग अंतरिक्ष में जाने की योजना बनाएंगे।
 
10. रिश्तों में तनाव: इस दौरान हर किसी के रिश्‍तों में तनाव बढ़ जाएगा। घर परिवार में कलह के चलते लोग एक दूसरे के साथ रहना पसंद नहीं करेंगे। हत्या, आत्महत्या, तलाक, घटना और दुर्घटना के मामले भी बढ़ने की संभावना है।
 
4 राशियों की किस्मत चमक जाएगी:
1. मेष राशिः आपके लिए गुरु का यह परिवर्तन बेहद शुभ फल देने वाला साबित हो सकता है। व्यापार में नए अवसर प्राप्त होंगे। करियर में उन्नति होगी। नौकरी में अप्रत्याशित सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा। कोर्ट-कचहरी के मामले सुलझ जाएंगे। जीवनसाथी से संबंधों में सुधार होगा और मधुरता बढ़ेगी।
 
2. वृषभ राशि: यदि आप समझदारी से काम लेते हैं तो आपके लिए गुरु का यह अतिचारी गोचर बेहद शुभ संकेत लेकर आया है। इस अवधि में आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। आय के नए स्रोत बनेंगे और पुराने निवेशों से लाभ मिलने की संभावना रहेगी। प्रोफेशनल लाइफ में तरक्की के योग हैं और सामाजिक मान-सम्मान में भी वृद्धि हो सकती है। घर परिवार में रिश्तों को लेकर आप खुश रहेंगे।
 
3. मकर राशि: आपके लिए गुरु का यह परिवर्तन लाभकारी साबित होगा। अचानक से धन प्राप्ति के योग बनेंगे। धन लाभ के नए अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी और व्यापार में सकारात्मक बदलाव से लाभ होगा। समाज में खूब मान-सम्मान मिलेगा। करियर में खूब तरक्की करेंगे। भौतिक सुख-सुविधाओं का विस्तार होगा। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी। जीवन के हर क्षेत्र में सफलता अर्जित करेंगे।
 
4. मीन राशि: आपकी राशि के लिए गुरु का आप पर आशीर्वाद बना रहेगा। धार्मिक और मांगलिक कार्य अच्‍छे से संपन्न होंगे। आर्थिक मामलों में भाग्यशाली बने रहेंगे। प्रॉपर्टी खरीदने के प्रबल योग है। अविवाहितों का शादी-विवाह तय हो सकता है। वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा नौकरी में उन्नति करते जाएंगे और व्यापार में मन मुताबीक लाभ होगा।
 

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