देवगुरु बृहस्पति मंगल काज, विवाह, संपन्नता, सौभाग्य, वरिष्ठता, धार्मिक कार्य और धन-संपदा आदि के कारक माने जाते हैं। 22 फरवरी 2022 को गुरु अस्त होने जा रहे हैं और 23 मार्च 2022 को उदित होंगे। गुरु अस्त का यूं तो सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा, लेकिन 3 राशि वालों को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। ये राशियां हैं- कर्क, मीन और धनु राशि...
गुरु अस्त होने से कर्क, मीन और धनु राशि वालों की तकलीफें बढ़ सकती हैं। इस दौरान इन राशियों को किसी भी नए काम की शुरुआत करने से बचना चाहिए। निवेश करने से बचना चाहिए। शत्रु हावी हो सकते हैं। किसी भी वाद-विवाद से बचना चाहिए। कर्क, मीन और धनु राशि वालों को वाणी पर नियंत्रण की सलाह दी जाती है।
देवगुरु बृहस्पति धनु और मीन राशि के स्वामी माने गए हैं। गुरु को कर्क राशि में उच्च और मकर राशि में नीच का माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में गुरु 27 नक्षत्रों में से पुनर्वसु, विशाखा और पूर्वा भाद्रपद के स्वामी होते हैं। जिस व्यक्ति पर देवगुरु बृहस्पति की कृपा होती है, वह सत्य के मार्ग पर चलता है।
गुरु बृहस्पति जब 22 फरवरी में अस्त हो जाएंगे तब गुरु ग्रह के अस्त होते ही मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। इस दौरान शादी-विवाह, मुंडन, नामकरण आदि कार्यों की मनाही होती है। गुरु अस्त के चलते 22 फरवरी से 23 मार्च तक धार्मिक और मांगलिक कार्यक्रम नहीं हो सकेंगे...