Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

फाल्गुन अमावस्या के अचूक उपायों से होगा शुभ

हमें फॉलो करें फाल्गुन अमावस्या के अचूक उपायों से होगा शुभ

WD Feature Desk

Falgun amavas 2024 : 10 मार्च 2024 रविवार को फाल्गुन अमावस्या है। फाल्गुन अमावस्या पर श्राद्ध कर्म, पितृ तर्पण, दान-पुण्य करने का खास महत्व है। आओ जानते हैं कि फाल्गुन अमावस्या पर कौनसे कार्य करना शुभ होता है।

फाल्गुन अमावस्या तिथि:
9 मार्च 2024 को 18:19:59 से अमावस्या आरम्भ
10 मार्च 2024 को 14:32:12 पर अमावस्या समाप्त
- धन की देवी मां लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए शाम के समय घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक लगाएं। बत्ती में रूई के स्थान पर लाल रंग के धागे का उपयोग करें। साथ ही दीये में थोड़ी-सी केसर भी डाल दें। यह मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का आसान उपाय है।
 
- कोई भी बेरोजगार व्यक्ति अगर फाल्गुन अमावस्या की रात ये उपाय करें तो निश्चित ही उसे रोजगार प्राप्त होगा। इसके लिए 1 नींबू को साफ करके सुबह से ही अपने घर के मंदिर में रख दें। फिर रात के समय इसे 7 बार बेरोजगार व्यक्ति के सिर से उतार लें और 4 बराबर भागों में काट लें। फिर एक चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में इसको फेंक दें और पीछे मुड़कर ना देखें। निश्चित ही इस उपाय से बेरोजगार व्यक्ति को लाभ की संभावना बनेगी।
 
- हर अमावस्या पर पितरों के तर्पण का भी विशेष महत्व है। इस दिन नदी, जलाशय या कुंड आदि में स्नान करें और सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद पितरों का तर्पण करें। पितरों की आत्मा की शांति के लिए उपवास करें और किसी गरीब व्यक्ति को दान-दक्षिणा दें।
 
- अमावस्या के दिन शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसो के तेल का दीपक लगाएं और अपने पितरों को स्मरण करें। पीपल की सात परिक्रमा लगाएं।
webdunia
Darsha amavasya 2024
- रुद्र, अग्नि और ब्राह्मणों का पूजन करके उन्हें उड़द, दही और पूरी आदि का नैवेद्य अर्पण करें और स्वयं भी उन्हीं पदार्थों का एक बार सेवन करें।
 
- शिव मंदिर में जाकर गाय के कच्चे दूध, दही, शहद से शिवजी का अभिषेक करें और उन्हें काले तिल अर्पित करें।
- अमावस्या शनिदेव का दिन भी माना जाता है। इसलिए इस दिन उनकी पूजा करना जरूरी है। अमावस्या के लिए शनि मंदिर में नीले पुष्प  अर्पित करें। काले तिल, काले साबुत उड़द, कड़वा तेल, काजल और काला कपड़ा अर्पित करें।
 
- धार्मिक मान्यता के अनुसार फाल्गुन अमावस्या पर पवित्र नदियों में देवी-देवताओं का निवास होता है, अतः इस दिन गंगा, यमुना और सरस्वती में स्नान का विशेष महत्व है। यदि फाल्गुन अमावस्या सोमवार के दिन हो तो, इस दिन महाकुंभ स्नान का योग भी बनता है, जो अनंत फलदायी होता है।
 
- इस दिन गंगा स्नान बहुत ही शुभ माना जाता है। यह भी माना जाता है कि इस दिन संगम पर देवताओं का निवास होता है। फाल्गुनी अमावस्या पर कई धार्मिक तीर्थों पर फाल्गुन मेलों का आयोजन भी होता है। इस दिन अपने सामर्थ्य के अनुसार दान-पुण्य अवश्य करना चाहिए। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

होली के पहले होलाष्टक कब से कब तक रहेगा?