दिसंबर माह में कैसा होगा देश-विदेश का मौसम, व्यापार और माहौल.... आइए जानें
वर्ष का अंतिम माह दिसंबर व्यापार के लिए मिलाजुला रहेगा। 3 दिसंबर से सूर्य ज्येष्ठा नक्षत्र में है। सोना, चांदी, चावल, गेहूं, जौ, चना, अलसी, सरसों, हींग, गूगल, पारा, गुड़, शकर में तेजी रहेगी एवं रुई के भाव में उतार-चढ़ाव रहेगा।
9 दिसंबर से शुक्र ज्येष्ठा नक्षत्र में होने से सोना, चांदी, चावल, सरसों, तिल, तेल, हींग में मंदी आएगी।
10 दिसंबर से मंगल का स्वाति नक्षत्र में रहने से रुई, ऊनी वस्त्र, गेहूं में तेजी रहेगी।
16 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेगा। परिणामस्वरूप रुई, कपास, सूत, तेल, सोना-चांदी में तेजी आएगी एवं दूसरे अन्न में मंदी आएगी।
20 दिसंबर से शुक्र के मूल नक्षत्र अर्थात धनु राशि में भ्रमण करने से गेहूं, जौ, चना, चांदी, सोना, तांबा एवं वस्त्रों में तेजी आएगी।
रुई, सूत, कपास के भाव में तेजी-मंदी रहेगी। 23 दिसंबर से बुध मार्गी होने से रुई, चांदी में घटा-बढ़ी होकर तेजी आएगी। रेशम, तेल, अलसी, मूंगफली, कपूर, चंदन, अगर आदि सुगंधित वस्तुओं में मंदी आएगी।
31 दिसंबर से शुक्र पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में प्रवेश करेगा जिससे रुई तथा अनाज में मंदी आएगी एवं मंगल के विशाखा नक्षत्र में आने से वस्त्र एवं गेहूं में तेजी आएगी।
दिसंबर में अमेरिका, अफगानिस्तान, दक्षिण अफ्रीका में कष्ट व परेशानी रहेगी। युद्ध जैसी स्थिति बनेगी। चीन, रूस, ईरान, इराक, कुवैत एवं पाकिस्तान में आंतरिक झगड़े, अशांति व आतंकी हमले जैसी घटनाएं हो सकती हैं तथा भारत में सुख-शांति रहेगी।
इस माह विश्व में महिलाओं की स्थिति में सुधार होगा। विज्ञान के क्षेत्र में उन्नति होगी। लाल वस्तु के भावों में तेजी रहेगी। चावल, शकर, चांदी, चंदन के भाव में उतार-चढ़ाव रहेगा। गेहूं, उड़द व तुअर के भाव में कमी आएगी। तेल, घी, कपास के भाव सामान्य रहेंगे।
विश्व में आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। राजनीतिक पार्टी में बदलाव आएगा। भारत में सरकार और विपक्ष में तालमेल नहीं बैठेगा व सरकार चलाने में तकलीफ आएगी।
पहाड़ी इलाकों में ठंड बढ़ेगी, शीतलहर का प्रकोप रहेगा व मैदानी भागों में सुबह व रात को तापमान में कमी रहेगी व दोपहर में तापमान सामान्य रहेगा। पंजाब, हरियाणा, कश्मीर, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तरप्रदेश व दिल्ली में शीतलहर तेज रहेगी। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, गुजरात, आंध्र, केरल व चेन्नई में कहीं तापमान कम व कहीं ज्यादा रहेगा।