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नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी : महामारी जब भी आती है होता है वर्ल्ड वार, क्या है कनेक्शन

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अनिरुद्ध जोशी

, बुधवार, 23 फ़रवरी 2022 (11:38 IST)
Connection Between Pandemic and War
विश्‍व में जब भी कोई बड़ी घटना घटती है तो उसका कनेक्शन नास्त्रेदसमस और बाबा वेन्गा जैसे भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणी से जोड़ दिया जाता है। हाल ही में यूक्रेन और रूस के बीच जो संघर्ष प्रारंभ हुआ है उसे तीसरे विश्‍व युद्ध की आहट माना जा रहा है और कहा जा रहा है कि जब भी कोई बड़ी महामारी आती है उसके बाद बड़े युद्ध होते हैं या होता है वर्ल्ड वार। आखिर महामारी और युद्ध के संबंध में क्या है नास्त्रेदसमस और बाबा वेन्गा की भविष्यवाणी? आओ जानते हैं।
 
 
महामारी और युद्ध के बीच कनेक्शन ( Connection Between Pandemic and War):
 
- युद्ध के बाद महामारी या महामारी के बाद युद्ध के हालात बनना दोनों ही का आपसी संबंध क्या है? कहते हैं कि युद्ध के कारण वातावरण में जहरिला प्रभाव होता जो महामारी को उत्पन्न करता है। महामारी के बाद सामाजिक और राजनीतिक अस्थिरता के चलते युद्ध के हालात पैदा होते हैं।
 
- यह भी माना जाता है कि महामारी के चलते अर्थव्यवस्था गड़बड़ा जाती है। महंगाई, भूखमरी बढ़ जाती है जिसके चलते राज्य और देशों के बीच विद्रोह भड़कता है और इससे युद्ध के हालात पैदा होते हैं। जैसा कि हम देख रहे हैं कि कोराना वायरस के चलते कनाडा और योरप में जनता सरकार के प्रति रुष्ठ हो चली है और वहां आए दिन सड़क पर प्रदर्शन होते रहते हैं। कुछ देश इस मौका का फायदा भी उठाने के चलते युद्ध के हालात पैदा करते हैं।
 
- प्रथम विश्व युद्ध 28 जुलाई 1914 से 11 नवंबर 1918 तक चला था। 1918 में आई महामारी वायरस एच1एन1 स्पेनिश फ्लू (इंफ्लुएंजा) ने दुनिया में तबाही मचा दी थी। इस बुखार से करीब 50 करोड़ लोग प्रभावित हुए थे। करीब 5 करोड़ लोगों की जान चली गई थी। इनमें केवल भारत में अनुमानित एक करोड़ 20 लाख लोगों की मौतें हुईं। हालांकि इसके लिए युद्ध नहीं बल्कि 1914 से 1919 के बीच यूरोप में असामान्य ठंडी हवाओं को जिम्मेदार माना गया। 
 
कालरा की लहर 1817 के बाद 1826, 1852, 1860, 1861, 1867 और 1881 में आई थी। इस दौरान कई छोटे-मोटे युद्ध भी होते रहे हैं। इसी बीच हैजा (1852-60) भयंकर महामारी रही। भारत में 1817 से 1920 के दौरान हैज़ा, प्लेग और इंफ्लुएंजा का प्रकोप हुआ। इन तीन महामारियों में देश ने करीब 4 करोड़ लोग खोए। 
 
- द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत 1 सितंबर 1939 को हुई थी और इसका अंत 2 सितंबर 1945 को हुआ था। इस दौरान पोलियो ने महामारी का रूप धारण कर लिया था। आंकलन है की 1940 और 1950 के दशक में यह चरम पर था। इसने हर साल 5 लाख से ज्यादा लोगों के अपंग किया या कईयों की मृत्यु का कारण बना। इस दौरान हिरोशिमा नागासाकी पर जो परमाणु बम का हमला हुआ था उसके बाद भयंकर सूखा पड़ा, जरवायु परिवर्तन हुआ और बाद में दुनिया को एशियन फ्लू नामक महामारी का प्रकोप झेलना पड़ा।
 
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Predictions of Baba Vanga
नास्त्रेदमस और तीसरा विश्‍व युद्ध (Nostradamus and the Third World War): नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी की पुस्तक में तीसरे विश्‍व युद्ध का जिक्र किया है। तीसरे विश्‍व युद्ध की शुरुआत के संबंध में वे लिखते हैं कि ''धर्म बांटेगा लोगों को। काले और सफेद तथा दोनों के बीच लाल और पीले अपने-अपने अधिकारों के लिए भिड़ेंगे। रक्तपात, महामारियां, अकाल, सूखा, युद्ध और भूख से मानवता बेहाल होगी।'' (vi-10)। जब तृतीय युद्ध चल रहा होगा उस दौरान चीन के रासायनिक हमले से एशिया में तबाही और मौत का मंजर होगा, ऐसा जो आज तक कभी नहीं हुआ।- (vi-51)। 'एक मील व्यास का एक गोलाकार पर्वत अं‍तरिक्ष से गिरेगा और महान देशों को समुद्री पानी में डुबो देगा। यह घटना तब होगी, जब शांति को हटाकर युद्ध, महामारी और बाढ़ का दबदबा होगा। इस उल्का द्वारा कई प्राचीन अस्तित्व वाले महान राष्ट्र डूब जाएंगे।' (I-69)। जानकार कहते हैं कि तीसरा एंटी क्राइस्ट युद्ध की शुरुआत करेगा। इससे पहले नेपोलियन और हिटलर को नास्त्रेदमस ने एंटी क्राइस्ट कहा था और कहा था कि तीसरा एंटी क्राइस्ट जब आएगा तो 27 साल तक तीसरा विश्वयुद्ध चलेगा।
 
 
नास्त्रेदमस ( Nostradamus Prophecy ) : नास्त्रेदमय के जानकारों का कहना है कि वर्ष 2022 में एक विनाशकारी परमाणु बम फट जाएगा और इससे जलवायु परिवर्तन होगा और धरती का मौसम बदल जाएगा। इसी दौरान ऐस्टरॉइड धरती के समुद्र में गिरेगा जिससे भयंकर लहरें उठेंगी जो पृथ्वी को चारों तरफ से घेर लेंगी। इससे कई राष्ट्रों के डूबने का खतरा होगा। फ्रांस में आएगा बड़ा तूफान जिससे भीषण आग, सूखा और बाढ़ की स्थिति होगी। इससे आगे चलकर विश्‍वव्यापी भूखमरी देखने को मिलेगी। पहाड़ों पर बर्फ गिरेगी और कई देशों के आपसी युद्ध शुरू होते ही खत्म हो जाएंगे। महंगाई हो जाएगी बेकाबू। इसी साल रोबोट मानव का जन्म होगा। यानि साल 2022 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मानव इंटरफेस वाले कंप्यूटर का होगा।  मेनोर्का द्वीप के पास, भूमध्य सागर में मिसाइल के परीक्षण के दौरान एक बड़े विस्फोट की होने की संभावना है।
 
बाबा वेन्गा ( baba vanga prophecies) : बुल्गारिया की भविष्यवक्ता बाबा वेन्गा को 'नास्त्रेदमस फ्रॉम द बाल्कन' के नाम से जाना जाता है। वेन्गा ने भविष्यवाणी की थी कि सन् 2018-19 के बाद चीन दुनिया की महाशक्ति बन जाएगा। बाबा वेंगा ने कहा था कि साल 2021 में तीन 'राक्षस' एक हो जाएंगे और एक 'मजबूत ड्रैगन' दुनिया पर कब्‍जा कर लेगा। आतंकवाद, मुस्लिम वर्चस्व और युद्ध के चलते 2025 तक यूरोप की आबादी करीब-करीब शून्य हो जाएगी। वेन्गा ने यूरोप में रासायनिक हमले की भी चेतावनी दी गई है। 2023 में धरती की कक्षा में बदलाव आएगा। इसी तरह वेन्गा ने करीब सन् 3005 तक की भविष्यवाणी की है। बाबा वेंगा की कथित भविष्यवाणी के अनुसार वर्तनाम में चली रही कोराना महामारी का प्रकोप बना रहेगा। नया वायरस भी घातक होगा और साइबेरिया में एक नया घातक वायरस खोजा जाएगा जो मानव जाति के लिए खतरा पैदा करेगा।
 
 
Disclaimer : ''इस समाचार में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। यह जानकारी लोकमान्यता पर आधारित है जो असत्य भी हो सकती है।

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