इस बार 9 दिसंबर 2021, से 5 दिवसीय पंचक काल panchak 2021 शुरू हो गया है। गुरुवार के दिन से शुरू होने वाले पंचक में को ज्यादा अशुभ नहीं माना जाता है। बुधवार और गुरुवार को शुरू होने वाले पंचक में निम्न 5 कामों के अलावा किसी भी तरह के शुभ काम किए जा सकते हैं। सिर्फ बुधवार और गुरुवार को शुरू होने वाले पंचक सभी तरह के कार्य कर सकते हैं, यहां तक कि सगाई, विवाह आदि शुभ कार्य भी किए जाते हैं।
अत: ज्योतिष के अनुसार इस पंचक की समयावधि में व्यापारिक या किसी भी तरह के लेन-देन से बचना चाहिए। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार वैसे तो इन 2 दिनों को छोड़कर अन्य दिनों में आने वाले पंचक काल को शुभ नहीं माना जाता है। इस समय किए गए कार्य हानिकारक फल देते हैं, अत: इस नक्षत्र का योग अशुभ माना जाता है। इसीलिए पंचक के इन 5 दिनों में विशेष संभलकर रहने की आवश्यकता होती है, अत: पंचक के दौरान कोई भी जोखिमभरा कार्य करने से बचना चाहिए।
साथ ही पंचक के दौरान कोई भी शुभ काम करने से परहेज करना चाहिए। लेकिन किसी खास परिस्थितिवश कार्य करना जरूरी हो तो कुछ उपाय करके उनके शुभ फल पा सकते हैं। पंचक में यात्रा करना, लेन-देन, व्यापार और किसी भी तरह के बड़े सौदे भी नहीं करने चाहिए, क्योंकि इससे धन हानि होने की संभावना रहती है। लेकिन अगर आप पंचक काल के दौरान कुछ विशेष काम करना ही चाहते हैं तो निम्न उपायों को करने के बाद आप अपना कार्य कर सकते हैं। पंचक में मिलने वाले अशुभ फलों में कमी आती है।
panchak date 2021 पंचक की तारीखें-
इस बार शुरू होने वाला पंचक 09 दिसंबर 2021 से शुरू होकर 14 दिसंबर 2021 तक जारी रहेगा।
गुरुवार, 09 दिसंबर 2021 को प्रात: 10:10 मिनट से पंचक शुरू होकर 14 दिसंबर 2021, दिन मंगलवार को रात्रि 02.05 मिनट तक पंचक जारी रहेगा।
पंचक काल के उपाय- Panchak Remedies n Rules
1. अगर घर में शादी का शुभ समय आ गया है और समय की कमी है तब लकड़ी का सामान खरीदना जरूरी हो तो गायत्री हवन करवा कर लकड़ी का फर्नीचर, पलंग तथा अन्य वस्तुएं की खरीदारी कर सकते हैं।
2. अगर इन दिनों घर के मकान की छत डलवाना जरूरी हो तो पहले मजदूरों को मिठाई खिलाएं, उसके उपरांत ही छत डलवाने का कार्य शुरू करें।
3. पंचक में अगर ईंधन इकट्ठा करना जरूरी हो तो पंचमुखी दीपक (आटे से निर्मित, तेल से भरकर) शिवजी के मंदिर में जलाएं, उसके बाद ईंधन खरीदें। अभी लॉकडाउन का समय चल रहा है, ऐसे समय में घर के पूजा घर में आप पंचमुखी दीया जलाकर शुभ फल पा सकते हैं।
4. किसी रिश्तेदारी में शव दहन का समय हो या घर में अचानक किसी की मृत्यु हो गई हो तो पंचक होने के कारण शव दहन के समय 5 अलग पुतले बनाकर उन्हें अवश्य जलाएं। तत्पश्चात दाह संस्कार करें। शास्त्रों के अनुसार मुर्दे का क्रियाकर्म किसी योग्य पंडित से पूछने के बाद ही करना चाहिए। इस तरह के उपाय करने से आने वाले संकटों से बचा जा सकता है।
5. अगर किसी कारणवश पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा करना ही पड़ें तो हनुमान मंदिर में 5 फल चढ़ाकर यात्रा शुरू करें।