दिवाली से पूर्व खरीदी के अत्यंत शुभ संयोग बन रहे हैं। इस बार बुध पुष्य नक्षत्र के साथ मालव्य योग बन रहा है। पुष्य नक्षत्र अगर तरह दो दिन तक हो तो इसे मालवा या मालव्य योग माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस योग में की गई खरीदारी चिरस्थायी रहती है।
इनमें हीरे के आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल, जमीन, मकान, कपड़े व अन्य खरीददारी सामान आदि की खरीदी करना शुभ माना जाता है।
27 नक्षत्रों में 8वां स्थान पुष्य नक्षत्र को प्राप्त है। इस बार 30 अक्टूबर को रात्रि अंत 5:15 बजे से आरंभ होगा और बुधवार रात्रि 3 बजकर 37 मिनट तक रहेगा। वहीं आंशिक रूप से गुरुवार सुबह 4 बजे तक इसका शुभ असर रहेगा। अहोई अष्टमी तिथि के साथ पुष्य नक्षत्र की युति है। बुध को व्यापारी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का ग्रह माना जाता है, इसलिए बुधवार के दिन पुष्य नक्षत्र का आना हर तरह की वस्तु खरीदने के लिए शुभ फलदायी साबित होगा। सोना, चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल व फर्नीचर समेत रसोई में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुएं खरीदने से परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ेगी।
धातुओं के अलावा जमीन-मकान में करें निवेश
बुध पुष्य नक्षत्र पर सोना, चांदी, तांबा जैसी धातुओं की खरीदारी करने से सुख-समृद्धि व वैभव में वृद्धि होगी। साथ ही जमीन, मकान में निवेश करना लाभदायी साबित होगा। इनके अलावा वाहन, फर्नीचर, ज्वेलरी, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स व अन्य घरेलू सामान की खरीदारी करना अति शुभ फलदायी होगा।