Vastu Tips for Bedroom : यदि बेडरूम वास्तु के अनुसार नहीं है तो नींद ठीक से नहीं आएगा और चिढ़चिढ़ा स्वभाव होने के साथ ही कई तरह की समस्याएं खड़ी हो जाएगी। इसी के साथ सेहत और संबंधों पर भी इसका नकारात्मक असर होता है। कई बार कोई मुद्दा नहीं होता फिर भी पति पत्नी के बीच टेंशन बनी रहती है। ऐसे में बेडरूम को वास्तु के अनुसार मैनेज करें।
बेडरूम की दिशा : बेडरूम घर के दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य) या उत्तर-पश्चिम (वायव्य) की ओर होना चाहिए। अन्य दिशा में है तो वास्तु दोष मिटाने के उपाय करें।
कैसा हो बेडरूम : बेडरूम चौकोर होना चाहिए। बेडरूम की छत गोल नहीं होना चाहिए। बेडरूम में अटैच टॉयलेट नहीं होना चाहिए। अगर इस्तेमाल में न हो तो अटैच टॉयलेट का दरवाजा बंद रखें।
कैसा कलर करें बेडरूम में : बेडरूम को ऑफ-व्हाइट, बेबी पिंक या क्रीम कलर से पेंट करें। गहरे रंगों से बचें। आप चाहें तो गुलाबी, हल्का नीला या हल्का हरा रंग भी करवा सकते हैं। पर्दे, चादर, तकिया, रजाई गादी आदि सभी के रंग भी वास्तु के अनुसार ही रखें।
दक्षिण में पैर करके ना सोएं : पैर दक्षिण और पूर्व दिशा में करके नहीं सोना चाहिए। उत्तर दिशा की ओर पैर करके सोने से स्वास्थ्य लाभ तथा आर्थिक लाभ की संभावना रहती है। पश्चिम दिशा की ओर पैर करके सोने से शरीर की थकान निकलती है, नींद अच्छी आती है। शयन कक्ष में सोते समय हमेशा सिर दीवार से सटाकर सोना चाहिए।
कौन-सी वस्तुएं नहीं होना चाहिए?
1. बिस्तर के सामने आईना कतई न लगाएं।
2. डबलबेड के गद्दे दो हिस्सों में न हो।
3. शयन कक्ष में धार्मिक चित्र नहीं होना चाहिए।
4. बेडरूम में लाल रंग का बल्ब नहीं होना चाहिए। नीले रंग का लैम्प चलेगा।
5. खराब बिस्तर, तकिया, परदे, चादर, रजाई आदि नहीं रखें।
6. इस कक्ष में टूटा पलंग नहीं होना चाहिए। पलंग का आकार यथासंभव चौकोर रखना चाहिए। पलंग की स्थापना छत के बीम के नीचे नहीं होनी चाहिए। शयन कक्ष के दरवाजे के सामने पलंग न लगाएं। लकड़ी से बना पलंग श्रेष्ठ रहता है।
7. शयन कक्ष में झाड़ू, जूते-चप्पल, अटाला, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, टूटे और आवाज करने वाले पंखें, टूटी-फूटी वस्तुएं, फटे-पुराने कपड़े या प्लास्टिक का सामान न रखें।