अगस्त प्रथम सप्ताह में उत्तर के देशों में सुख-शांति रहेगी, दक्षिण-पश्चिम के देशों में कष्ट रहेगा एवं पूर्व के देशों में युद्धादि का भय रहेगा। तुअर, चना, बाजरा, मनुक्का, चारौली एवं जौ के भावों में तेजी रहेगी। सोना, पीतल व हल्दी के भावों में तेजी-मंदी रहेगी।
विश्व में अगस्त माह में महिलाओं व बच्चों पर कष्ट रहेगा। भारत में निवेश करने वाले देशों को लाभ मिलेगा विज्ञान के क्षेत्र में यह माह परेशानीदायक रहेगा व नाना प्रकार के कष्टों से गुजरेगा।
भारत में आंतरिक झगड़ों में वृद्धि होगी जिसका लाभ राजनीतिक दल लेंगे व आम जनता को कष्ट रहेगा, साथ ही राजनीतिक क्षेत्र में उच्चस्तर पर परिस्थिति बहुत नाजुक रहेगी। राजनेता एक-दूसरे पर दोषारोपण करेंगे व कई परिवर्तन होंगे जिसका प्रभाव आम जनता पर पड़ेगा। जनता पर कष्ट आएगा।
माह के अंतिम सप्ताह में पूर्व के देशों में शांति रहेगी। पश्चिम के देशों में जनता परेशान रहेगी। दक्षिण के देशों में आंतरिक झगड़े होंगे। मूंग, रुई, चावल, मसूर, अरहर, तिल्ली, लोहे के भाव में कमी आएगी। तांबा, गेहूं, कपड़ा व घी के भावों में तेजी रहेगी।
इस माह की कुंडली को बादल चाल से देखें तो कहीं-कहीं वर्षा से जनजीवन में कष्ट रहेगा व कहीं बाढ़ से कहीं पर सूखे से परेशानी आएगी। कहीं प्राकृतिक प्रकोप से जन-धन की हानि होगी। पहाड़ी इलाकों में वर्षा ज्यादा रहेगी व मैदानी भागों में समय-समय पर वर्षा होगी। फसल ठीक रहेगी।
हरियाणा, आंध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश, पंजाब, बिहार, केरल, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर में वर्षा अच्छी रहेगी। मध्यप्रदेश, छतीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक व महाराष्ट्र में वर्षा मध्यम रहेगी एवं उत्तराखंड व पंजाब के कुछ भागों में प्राकृतिक प्रकोप की आशंका बनती है।