8 अगस्त 2022, सोमवार से नया सप्ताह शुरू हो रहा है। यहां पंचांग और चौघड़िए के आधार पर जानें सप्ताह के अंतर्गत आने वाले शुभ मुहूर्त एवं पर्व, व्रत और त्योहार के बारे में सबसे खास जानकारी। अगर आप भी इन सात दिनों में नया व्यवसाय, भूमि, भवन, प्लॉट अथवा दुपहिया या चार पहिया नया वाहन खरीदना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त देखकर ही खरीदें ताकि आपको जीवन में सफलता और खुशहाली प्राप्त हो। जानिए यहां... 8 से 14 अगस्त 2022 तक के साप्ताहिक मुहूर्त-
(साप्ताहिक मुहूर्त : 8 अगस्त से 14 अगस्त 2022 तक)
8 अगस्त 2022, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-ज्येष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-पवित्रा एकादशी व्रत (सर्वे.)
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को चांदी भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
9 अगस्त 2022, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मूल
योग (सूर्योदयकालीन)-विषकुम्भ
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-भौम प्रदोष व्रत
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में मसूर की दाल चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
10 अगस्त 2022, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-जातकर्म/रवियोग
यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को कांस्य पात्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
11 अगस्त 2022, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-आनन्द
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-पूर्णिमा व्रत/श्रावणी उपाकर्म/रक्षाबंधन
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में पीले रेशम की राखी चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
12 अगस्त 2022, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पूर्णिमा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-धनिष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-सौभाग्य
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-स्नान दान पूर्णिमा/पंचक प्रारंभ
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को खीर खिलाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
13 अगस्त 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वर्षा
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-शतभिषा
योग (सूर्योदयकालीन)-शोभन
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-अशून्य व्रत पूर्ण/देवदर्शन मुहूर्त
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में इमरती चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
14 अगस्त 2022, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वर्षा
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-सुकर्मा
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/भद्रा
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को लाल वस्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com