Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

Anant Chaturdashi 2023: अनंत चतुर्दशी पर अनंत सूत्र बांधने के फायदे

हमें फॉलो करें Anant Chaturdashi 2023: अनंत चतुर्दशी पर अनंत सूत्र बांधने के फायदे
Anant Chaturdashi 2023 : आज 28 सितंबर 2023 को अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन जहां भगवान अनंत देव का पूजन किया जाता है, वहीं गणेश प्रतिमा का विसर्जन भी होता है। यह तिथि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी पर पड़ती है।

मान्यता के अनुसार अनंत चतुर्दशी के दिन अनंत सूत्र बांधने का विशेष महत्व होता है। इस व्रत में भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा के बाद बाजू पर अनंत सूत्र बांधा जाता है। और इससे कई फायदे मिलते हैं। आइए जानते हैं यहां-
 
अनंत सूत्र बांधने के 5 फायदे :
 
1. कहते हैं कि कौडिल्य ऋषि ने इस धागे को अपनी पत्नी के बाजू में बंधा देखा तो इसे जादू टोना मानकर उनके बाजू से निकालकर इसे जला दिया था। इसके ऋषि को भारी दु:खों का सामना करना पड़ा था।
 
2. भूल का पता चलने पर उन्होंने भगवान अनंत की 14 वर्षों तक तपस्या कि जिससे प्रसन्न होकर भगवान ने फिर से उन्हें सुखी और धनपति बना दिया था।
 
3. मान्यतानुसार अनंत सूत्र धारण करने के बाद 14 दिन तक तामसिक भोजन नहीं करते हैं और ब्रह्मचर्य का पालन करते हैं तभी इसका लाभ मिलता है।
 
4. मान्यता है कि धागा बांधने के बाद इस दिन व्रत रखने के साथ-साथ यदि कोई व्यक्ति श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करता है, तो उसकी समस्त मनोकामना पूर्ण होती है। धन-धान्य, सुख-संपदा और संतान आदि की कामना से यह व्रत किया जाता है।
 
5. इस सूत्र को बांधने से व्यक्ति को सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होती है। यदि जीवन में सबकुछ खो चुके हो तो अनंत चतुर्दशी पर भगवान अनंत की विधिवत पूजा करके यह धागा अवश्य बांधें और नियमों का पालन करें तो फिर से सबकुछ प्राप्त हो जाएगा।

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'वेबदुनिया' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

ईद मिलाद-उन-नबी क्यों मनाते हैं?