सबसे ज्यादा ऐश्वर्य व उन्नतिदायक होते हैं यह 2 शुभ योग

पं. हेमन्त रिछारिया
ज्योतिष में कई ऐसे अद्भुत योग होते हैं जिनके जन्मपत्रिका में होने से मनुष्य धन,यश,पद,प्रतिष्ठा,स्त्री,पुत्र आदि का सुख भोगता हुआ सानन्द जीवन सम्पन्न करता है। ऐसा ही एक शुभ योग है अधियोग। अधियोग जिस किसी जातक की जन्मपत्रिका में होता है उसका सम्पूर्ण जीवन ऐश्वर्य व आनन्द से भरपूर होता है। उसे अपने जीवन में समस्त सुख प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं कि अधियोग का निर्माण जन्मपत्रिका में किन ग्रहस्थितियों में होता है। 
 
अधियोग दो प्रकार का होता है- 1. लग्नाधि योग 2. चन्द्राधियोग।
 
1. लग्नाधि योग- जब जन्मलग्न से छठे, सातवें व आठवें भाव में कोई शुभ ग्रह स्थित हों और उन पर किसी क्रूर ग्रह का प्रभाव ना हो एवं वे शुभ ग्रह सूर्य के द्वारा अस्त ना हों तब जन्मपत्रिका में लग्नाधि योग का निर्माण होता है। 
 
2. चन्द्राधि योग- जब चन्द्रलग्न या चन्द्र से षष्ठ, सप्तम व अष्टम भाव में कोई शुभ ग्रह स्थित हों और उन पर किसी क्रूर ग्रह का प्रभाव ना हो एवं वे शुभ ग्रह सूर्य के द्वारा अस्त ना हों तब जन्मपत्रिका में चन्द्राधि योग का निर्माण होता है।
 
ये दोनों ही योग अत्यन्त शुभ माने गए हैं इनके जन्मपत्रिका में स्थित होने से जातक को धन,यश,पद,प्रतिष्ठा,स्त्री,पुत्र आदि की प्राप्ति होती है एवं जातक का जीवन संघर्षविहीन होकर आनन्दमय व्यतीत होता है। अधियोग में उत्पन्न जातक महान ऐश्वर्यवान, प्रतिभाशाली एवं राजा के तुल्य होता है।
 
-ज्योतिर्विद पं हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Shukra gochar : शुक्र ग्रह के कन्या राशि में जाने से 4 राशियों की चमक गई है किस्मत, जानें क्या होगा फायदा

Lal kitab ke upay: लाल किताब के रामबाण उपाय

Mahabharat : महाभारत की वे 5 महिलाएं जिनके साथ हुआ था अन्याय

Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी पर गणेश स्थापना से पहले कैसे गणपति बप्पा का घर में कराएं मंगल प्रवेश?

Bhadrapada amavasya 2024: भाद्रपद अमावस्या व्रत के 7 धार्मिक कर्म एवं महत्व

सभी देखें

नवीनतम

Shani Trayodashi 2024: शनि त्रयोदशी पर करें शनि दोष और पितृदोष से मुक्ति के लिए मात्र 4 उपाय

31 अगस्त 2024 : आपका जन्मदिन

31 अगस्त 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त

Somvati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या पर दुर्लभ योग, ये 3 काम करेंगे तो पितृदोष समाप्त हो जाएगा

Budh margi gochar 2024: बुध का कर्क में मार्गी गोचर, 4 राशियों को रहना होगा सतर्क

अगला लेख
More