(साप्ताहिक मुहूर्त 30 अगस्त से 5 सितंबर 2021 तक)
आपका आने वाला नया सप्ताह मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए सप्ताह के 7 दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप इन 7 दिनों में वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए इस सप्ताह के अंतर्गत आनेवाले प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है।
30 अगस्त 2021, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृतिका
योग (सूर्योदयकालीन)-व्याघात
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल- प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत (सर्वे.)/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में माखन-मिश्री का भोग लगाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
31 अगस्त 2021, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी
योग (सूर्योदयकालीन)-हर्षण
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-गोगा नवमी
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में पंचमुखा दीपक प्रज्ज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
1 सितंबर 2021, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा
योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/भद्रा
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-गणेश मंदिर में शहद अर्पित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
2 सितंबर 2021, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-जया (अजा) एकादशी व्रत (स्मार्त)/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विप्र को भोजन उपरान्त स्वर्ण भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
3 सितंबर 2021, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-जया (अजा) एकादशी व्रत (वैष्णव/निम्बार्क)/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर में तुलसी का पौधा रोपित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
4 सितंबर 2021, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
संवत्सर नाम-आनन्द
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-वरियान
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय- प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल- प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-शनि प्रदोष/बछबारस/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनिदेव का तिल के तेल से अभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
5 सितंबर 2021, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण
मास-भाद्रपद
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-शरद
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आश्लेषा
योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल- पश्चिम
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-मास शिवरात्रि/भद्रा/मंगल गोचर
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-शिवजी का केसरयुक्त जल से अभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com