नूतन वर्ष जब भी आता है, हम सब चाहते हैं कि शुभ व मंगलमय हो, हमारे सारे सपने पूरे हो। वर्ष की शुभता बढ़ाने के लिए प्रस्तुत है कुछ सरल और असरकारी उपाय। नववर्ष के ग्रहों के अनुसार इन उपायों को करने से अशुभ फल में कमी आएगी और शुभत्व में वृद्धि होगी।
मेष-वृश्चिक राशि- लाल बंदरों को गुड़ खिलाएं व लाल कपड़े में खड़े मसूर सवा पाव बांधकर बजरंग मंदिर में रखकर आएं। अपने कष्टों को कम करने की प्रार्थना करें। किसी पवित्र नदी में तांबे का टुकड़ा मंगलवार को बहाएं।
वृषभ-तुला राशि - इस वर्ष सफेद-चमकीले वस्त्र पहनना लाभदायक रहेगा। स्त्रियों को रंग-बिरंगे चमकीले वस्त्र पहनना शुभदायक रहेगा। चमेली के फूलों से मां लक्ष्मी की पूजा करें। चांदी में कम से कम सवा पांच कैरेट का ओपल पहनें। कुंआरी कन्याओं को शुक्रवार के दिन खीर खिलाएं।
मिथुन-कन्या राशि- इस वर्ष शुभत्व पाने के लिए हरे कपड़े का इस्तेमाल करें। पन्ना पहनें। प्रति बुधवार को मूंग की दाल का सेवन करें। स्त्री का सम्मान करें। माता का आशीर्वाद लेकर शुभ कार्य करने से फायदा होगा। बुधवार को 108 बार गणेश मंत्र जपें।
कर्क राशि- इस राशि वाले वर्ष को मंगलमय-प्रसन्नतादायक बनाने के लिए प्याऊ लगाएं। चांदी का छोटी अंगुली के नाप का छल्ला ( बगैर जोड़ वाला) पहनें। रात में दूध का सेवन न करें लेकिन दिन में चांदी के गिलास में दूध जरूर पिएं। मोती या मून स्टोन पहनें।
सिंह राशि- सूर्य के अशुभ प्रभाव से बचने व हर तरह की शुभत्व प्राप्ति के लिए प्रात: सूर्य को अर्घ्य दें। यह अर्घ्य प्रात:चांदी के कलश में दूध-मिश्री मिले जल से दिया जाना फलदायक होगा। रविवार को नमक का सेवन न करते हुए उपवास करें। प्रति रविवार को थोड़े-से गुड़ का सेवन करें।
धनु-मीन राशि- शुभ फल प्राप्ति हेतु किसी मंदिर में पीला ध्वज चढ़ाएं। 5 केले गाय को खिलाएं। हल्दी का टीका लगाएं। पिता का आशीर्वाद लेते रहें। सुनहरे पुखराज गुरुवार को धारण करें।
मकर-कुंभ राशि- अशुभ प्रभाव दूर करने हेतु नीला वस्त्र धारण करें। नीले फूल से शनि आराधना करें। किसी वृद्ध को कंबल दान करें। तिल का तेल कच्ची जमीन पर प्रति शनिवार को एक चम्मच गिराएं।
यदि आप इस प्रकार वर्षानुसार उपाय करते हैं तो अशुभ प्रभाव में कमी होगी। अत्यंत शुभ फल मिलेगा।