खेल के इतिहास में यह पहला मौका है जब भारत ने ड्रेसेज स्पर्धा में टीम स्वर्ण पदक जीता। भारत ने कांस्य पदक के रूप में ड्रेसेज में पिछला पदक 1986 में जीता था।भारत ने घुड़सवारी में पिछला स्वर्ण पदक नयी दिल्ली में 1982 में हुए एशियाई खेलों में जीता था। तब भारत ने इवेनटिंग और टेंट पेगिंग स्पर्धाओं में तीन स्वर्ण पदक जीते थे।Victory lap by our gold medalists! Incredible performance today to win the #Cheer4india#WeAreTeamIndia | #IndiaAtAG22 | #Equestrian pic.twitter.com/BSVXbGdVOg
— Team India (@WeAreTeamIndia) September 26, 2023
भारतीय टीम की सबसे युवा सदस्य 21 साल की सुदीप्ति ने कहा, यहां स्वर्ण पदक जीतना अविश्वसनीय है। हमारे में से किसी के लिए भी सफर आसान नहीं रहा। हम सभी काफी कप उम्र में यूरोप चले गए थे।उन्होंने कहा, हमने अपने परिवारों से दूर वर्षों तक कड़ी मेहनत की। हमने काफी बलिदान दिए।— Sony Sports Network (@SonySportsNetwk) September 26, 2023
| Here's the moment when India's Equestrian Dressage team created history by clinching aafter a long wait of 41 years #SonySportsNetwork #Cheer4India #Hangzhou2022 #IssBaar100Paar #Equestrian | @Media_SAI pic.twitter.com/MjvO5bAYq2
दिव्यकृति ने कहा कि उनकी उपलब्धि में उनके घोड़ों की अहम भूमिका रही।उन्होंने कहा, हमारे घोड़ों की भी सराहना होनी चाहिए। उनके बिना हम कुछ भी नहीं हैं।दिव्यकृति ने कहा, यह लंबा सफर रहा और आसान नहीं रहा। हमारे में से किसी ने भी इस बारे (स्वर्ण पदक जीतने) में नहीं सोचा था लेकिन हमने अपना शत प्रतिशत दिया और हमने कर दिखाया।(भाषा)Don't need the sound to sing the national anthem along as the tricolour goes up. A feeling that is always the most difficult to beat. #Equestrian #AsianGames #India pic.twitter.com/LpBMBsu7L1
— Jaspreet Singh Sahni (@JaspreetSSahni) September 26, 2023