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ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका व भारत प्रबल दावेदार

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जोहान्सबर्ग (वार्ता) , सोमवार, 21 सितम्बर 2009 (10:32 IST)
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की मौजूदा रैंकिंग और पिछले तीन वर्षों के आँकड़ों के आधार पर देखा जाए तो ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और भारत की दावेदारी मंगलवार से शुरू हो रही चैंपियन्स ट्रॉफी में अन्य सभी टीमों पर भारी पड़ती नजर आ रही है।

आईसीसी की मौजूदा रैंकिंग में ये तीनों टीमें पहले तीन स्थानों पर हैं और तीनों ही जबर्दस्त फॉर्म में चल रही हैं।

नवंबर 2006 में भारत में संपन्न हुई चैंपियन्स ट्रॉफी के बाद के आँकड़ों पर गौर करें तो ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और भारत तीन एकमात्र ऐसी टीमें हैं, जिन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी की आठ टीमों के बीच हार से ज्यादा मैच जीते हैं।

इस अवधि के दौरान भारत ने 17 श्रृंखलाओं में से 11 जीती हैं। इनमें बहुकोणीय टूर्नामेंट भी शामिल हैं। भारत ने अपनी पिछली छह सिरीज लगातार जीती हैं। ऑस्ट्रेलिया ने इस दौरान 2007 के विश्वकप सहित 12 में से छह सिरीज जीती हैं।

दक्षिण अफ्रीका ने दस में से सात सिरीज जीती हैं और घरेलू जमीन पर उसने पाँच में से पाँच श्रृंखलाओं पर कब्जा जमाया है। पिछली चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से एकदिवसीय मैचों में आठ शीर्ष टीमों के बीच ऑस्ट्रेलिया ने 70 में से 43 मैच जीते हैं और 23 हारे हैं1 दक्षिण अफ्रीका ने 46 मैचों में से 28 जीते हैं और 16 हारे है। भारत का इस दौरान 78 मैचों में 42 जीत और 30 हार का रिकॉर्ड है1 न्यूजीलैंड का रिकॉर्ड 55 मैचों में 22 जीत और 25 हार का है।

पाकिस्तान का रिकॉर्ड 44 मैचों में 20 जीत और 23 हार का है। श्रीलंका ने सात मैचों में 25 जीते हैं और 31 हारे हैं। इंग्लैंड ने 62 मैचों में 25 में जीत हासिल की है और 34 गँवाएँ हैं। वेस्टइंडीज का रिकॉर्ड सबसे ज्यादा खराब है। उसने 49 मैचों में सिर्फ 11 जीते हैं और 34 हारे हैं।

मौजूदा वर्ष में ऑस्ट्रेलिया ने 27 मैचों में से 15 में जीत हासिल की है जबकि 11 हारे हैं। दक्षिण अफ्रीका ने दस मैचों में सात जीते हैं तीन हारे हैं। भारत ने 17 मैचों में 11 जीते हैं और सिर्फ चार हारे हैं। यानी 2009 के सफलता प्रतिशत के लिहाज से भारत ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका पर भारी पड़ता है।

ऑस्ट्रेलिया का सफलता प्रतिशत जहाँ 57.69 है वहीं दक्षिण अफ्रीका का सफलता प्रतिशत 70.00 है। भारत का सफलता प्रतिशत 73.33 है। चैंपियंस ट्रॉफी की पाँच अन्य टीमों में इंग्लैंड ने 14 मैचों में से छह जीते हैं और आठ हारे हैं।

न्यूजीलैंड ने 16 मैचों में से पाँच जीते हैं और आठ हारे हैं। पाकिस्तान ने 13 मैचों में से पाँच में जीत और आठ में हार गले लगाई है। श्रीलंका के खाते में 19 मैचों में दस जीत और नौ हार हैं जबकि वेस्टइंडीज 18 मैचों में सिर्फ चार जीता है और 12 हारा है।

मंगलवार से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी में बेशक आँकड़ों के आधार पर ऑस्ट्रेलिया. दक्षिण अफ्रीका और भारत का पलडा भारी रहेगा लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट वह खेल है जिसमें कोई भी टीम अपने दिन बडे से बडा उलटफेर कर सकती है। आठ टीमों के इस महासंग्राम में जो टीम अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखेगी वही आखिर में चैम्पियंस ट्रॉफी का ताज पहनने में सफल होगी।

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