इंदौर। अधिक वर्षा से सोयाबीन की फसल की सुरक्षा करना जरूरी है। सोपा इस संबंध में किसान वर्ग को सचेत करता रहता है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि सोयाबीन वायुमंडल से नत्रजन संकलित करती है। इस क्रिया हेतु सोयाबीन को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है।
लगातार बरसात से यदि खेतों में पानी भर जाता है तो जड़ों के वायुमंडल में कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा ज्यादा हो जाती है तथा ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। ऐसी दशा में सोयाबीन की जड़ों में गाँठें अच्छी नहीं बन पाती हैं। बनती भी हैं तो उनमें लेग्हीमोग्लोबिन की मात्रा में कमी हो सकती है।
अतः किसान वर्ग जल निकास का उचित प्रबंध करें, फसल को पीला पड़ने से बचाएँ, सोयाबीन को पौध गलन से बचाएँ, फसल को ग्रीन सेमीलूपर (हरी अर्द्धकुंडल इल्ली) से बचाएँ। उपरोक्त जानकारी सोपा के संचालक एसडीपी एएस चंदेल ने विज्ञप्ति में दी।