समूचा इंग्लैंड जब 2005 की यादगार एशेज जीत के जश्न में डूबा था उसी समय ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट कप्तान रिकी पोंटिंग ने उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसका दी।
ऑस्ट्रेलिया का जवाब वाकई कातिलाना था। पिछले साल के अंत में चैंपियंस ट्रॉफी पहली बार जीतने के बाद उसने एशेज सिरीज में इंग्लैंड को 5-0 से धो दिया।
वह लगातार दूसरे विश्व कप में अजेय रहा। इस साल के अंत में भारत के खिलाफ चार टेस्टों की सिरीज शुरू होने से पहले वह लगातार 14 टेस्ट जीत चुका है। ऑस्ट्रेलिया लगातार 16 टेस्ट विजय के अपने ही रिकॉर्ड से सिर्फ दो मैच दूर खड़ा है।
साल की शुरुआत में ही ऑस्ट्रेलिया ने एशेज सिरीज में अपने बर्बर प्रोफेशनलिज्म की बेमिसाल नुमाइश की। स्टीव हार्मिसन की पहली गेंद सीधे दूसरी स्लिप में कप्तान एंड्रयू फ्लिंटॉफ की ओर जाने के समय से ही इंग्लैंड का समूचा अभियान हिचकोले खाता रहा।
ऑस्ट्रेलिया के प्रदर्शन पर एकमात्र धब्बा इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखलाओं में हार रहा। लेकिन उसने वेस्ट इंडीज में हुए विश्वकप में इनका बदला बखूबी चुका लिया।
सिडनी में खेला गया आखिरी टेस्ट जश्न के अलावा शेन वॉर्न, ग्लेन मैग्राथ और जस्टिन लैंगर को विदाई देने का भी वक्त था। रंगीन मिजाज वॉर्न जब रिटायर हुए उस समय टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 708 विकेट का रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज था।
मैग्राथ ने विश्व कप में हिस्सा लिया और 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' भी बने। उन्होंने टेस्ट मैचों में कुल 563 विकेट लिए जो तेज गेंदबाजों में रिकॉर्ड है।
साल के अंत तक श्रीलंका के आफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट का रिकॉर्ड फिर से अपने नाम कर लिया। वह 1000 टेस्ट विकेट पूरे कर पाएँ या नहीं उनके रिकॉर्ड को तोड़ना अब शायद ही मुमकिन हो।
पाकिस्तान के कोच बॉब वूल्मर की मौत ने विश्व कप में माहौल को गमगीन बना दिया। वह कमजोर ऑयरलैंड के खिलाफ अपनी टीम की हार के बाद 18 मार्च को किंग्सटन के एक होटल में अपने कमरे में बेहोश पाए गए।
शुरुआत में संदेह जाहिर किया गया कि वुल्मर की मौत जहर देने के बाद गला घोंटने से हुई है जिसमें सट्टेबाजों का हाथ हो सकता है। जमैका पुलिस ने इसे हत्या का मामला मानते हुए जाँच शुरू कर दी।
लेकिन वूल्मर मधुमेह और हाई ब्लडप्रेशर समेत कई बीमारियों के मरीज भी थे। पिछले माह कोरोनर की छानबीन में भी यह तय नहीं हो सका कि उनकी मौत प्राकृतिक थी या फिर हत्या।
पाकिस्तान और भारत का पहले दौर से ही बाहर हो जाना टूर्नामेंट के लिए बड़ा सदमा रहा। टिकटों की ऊँची कीमत और गाजे बाजे स्टेडियम में ले जाने पर रोक ने रही सही कसर पूरी कर दी और स्थानीय दर्शकों ने विश्व कप से मुँह फेर लिया।
दक्षिण अफ्रीका के हर्शल गिब्स ने हॉलैंड के खिलाफ एक ओवर में छह छक्के उड़ाए। श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसित मलिंगा ने लगातार गेंदों पर चार विकेट लेकर तहलका मचा दिया। लेकिन नौ देशों में एक साथ हुआ विश्व कप काफी लंबा था और इसके कई मैच बेहद बोझिल रहे।
इसके विपरीत दक्षिण अफ्रीका में हुआ पहला ट्वेंटी-20 विश्व कप रोमांचक रहा और भारत ने अपने पड़ोसी पाकिस्तान को हरा कर इसका खिताब जीता। भारत के युवराजसिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच में स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में छह छक्के जमा दिए।
वॉर्न, मैग्राथ और मुरलीधरन की उपलब्धियों के बावजूद 2007 में बल्लेबाजों का ही बोलबाला रहा। जैक्स कैलिस ने सात पारियों में पाँच शतक जमाए और दक्षिण अफ्रीका ने पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और भारत के खिलाफ श्रृंखलाएँ फतह की।
श्रीलंका के कुमार संगकारा ने बांग्लादेश की कमजोर गेंदबाजी का भरपूर फायदा उठाते हुए दो दोहरे शतक लगाए। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 192 और इंग्लैंड के विरुद्ध 152 रन बनाने के साथ ही लगातार चार टेस्टों में 150 रन से ज्यादा की पारियों खेलने वाले पहले खिलाड़ी बन गए।
ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट टेस्ट मैचों में 100 छक्के लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए। भारत के सचिन तेंडुलकर ऑस्ट्रेलिया के एलन बार्डर को पीछे छोड़ वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा के बाद दूसरे सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।
साथी खिलाड़ियों और अधिकारियों से खटपट के बीच लारा ने विश्व कप के बाद रिटायर होने की घोषणा कर दी। लारा की कई बार सामने आई अनुशासनहीनता को छोड़ दिया जाए तो वह अपने गौरव को पीछे छोड़ चुके वेस्टइंडीज के मैच जिताऊ खिलाड़ी थे।