सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफी वायरल हो रही। दावा है कि डॉक्टर वंदना तिवारी पिछले हफ्ते उत्तरप्रदेश में कोरोना टेस्ट के लिए गई थीं, जहां मुस्लिमों ने उनपर हमला कर जिसके बाद डाक्टर की मौत हो गई। इस दावे के साथ एक फोटो भी शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक महिला बेड पर लेटी दिख रही है। उसके सिर पर पट्टी बंधे भी दिख रहा है।
क्या है वायरल-
तस्वीर शेयर करते हुए लिखा जा रहा है- 'आज डां वंदना तिवारी कि मृत्यु हो गई वह पिछले हफ्ते ही UP में कोरोना टेस्ट के लिए गई थी पर इस्लामिक जिहादीयों ने उन पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था आज उनकी मौत हो गई। यह पोस्ट फेसबुक और ट्विटर पर काफी ज्यादा वायरल हो रह है।'
क्या है सच-
पड़ताल की शुरुआत की, तो हमें उत्तरप्रदेश पुलिस का एक ट्वीट मिला, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश में डां वंदना तिवारी से जुड़ी ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। साथ ही यूपी पुलिस ने बताया कि डॉक्टर वंदना तिवारी की घटना का संबंध मध्य प्रदेश से है, और साथ ही भोपाल की एक न्यूज वेबसाइट की लिंक भी शेयर किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर तिवारी मध्य प्रदेश के शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में फार्मासिस्ट के पद पर नियुक्त थीं और वे कोविड-19 नियंत्रण टीम का हिस्सा थीं। ड्यूटी के वक्त उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ, जिसके चलते 7 अप्रैल को उनकी मौत हो गई।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि डॉक्टर वंदना तिवारी की मौत पत्थरबाजी से नहीं बल्कि ब्रेन हेमरेज के कारण हुई है।