रक्षाबंधन के बाद से सोशल मीडिया पर दो तस्वीरों के साथ एक मैसेज वायरल हो रहा है। एक तस्वीर में हिंदू महिला मुस्लिम युवक को राखी बांधती नजर आ रही है, तो दूसरी तस्वीर में एक घायल महिला नजर आ रही है। दावा किया जा रहा है कि जिस महिला ने मुस्लिम युवक को राखी बांधी, मुस्लिम युवक ने उसी के साथ रेप किया। साथ ही इस युवक को कांग्रेस का नेता भी बताया जा रहा है।
क्या है इन तस्वीरों का सच..
एक यूजर ने 28 अगस्त को ट्विटर पर दो तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा था- ‘यूपी के गोंडा में हिंदू महिला नीरू गौतम ने कांग्रेस नेता गफूर खान को अपना भाई माना था और राखी तक पहनाई। 27 अगस्त सोमवार को गफूर खान ने नीरू को कुछ काम के सिलसिले में घर बुलाया और नीरू से बलात्कार करके मार पिटाई करके घर से भाग गया।’ आपको बता दें कि ये दोनों ही तस्वीरें फेक हैं और उसके साथ किया गया दावा भी झूठा है।
गोंडा पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी देते हुए इस पूरे मामले को फर्जी बताया है। गोंडा पुलिस ने लिखा- ‘ट्विटर/इलेक्ट्रॉनिक मीडिया/व्हाट्सएप पर पोस्ट नीरू गौतम नामक महिला का रक्षाबंधन के दिन कांग्रेस नेता गफूर खान द्वारा बलात्कार की घटना के संबंध में- उपरोक्त खबर के संबंध में मीडिया सेल द्वारा गहनता से जांच की गई तो पाया गया कि उक्त पोस्ट में संदर्भित नीरू गौतम नामक महिला का कांग्रेसी नेता गफूर खान द्वारा बलात्कार करना पूर्णतया असत्य एवं निराधार है। रक्षाबंधन के दिन जनपद गोंडा के किसी भी थाने में इस प्रकार की कोई घटना होना नहीं पाया गया है न पोस्ट में संदर्भित महिला व कांग्रेसी नेता जनपद गोंडा के किसी थाना क्षेत्र में निवास करते हैं। गोंडा पुलिस उक्त भ्रामक खबर का खंडन करती है।’
हमारी पड़ताल में पता चला कि पहली तस्वीर को हिंदू-मुस्लिम भाईचारा दिखाने के लिए फेसबुक पर शेयर किया गया है। जबकि दूसरी तस्वीर एसोसिएट प्रेस की है, 21 नवंबर 2016 की। यह तस्वीर कानपुर में रेल हादसे का शिकार हुई एक महिला की है।