कांग्रेस के पूर्व प्रेसिडेंट राहुल गांधी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसके जरिये नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों द्रवारा किए गए विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस और आप पार्टी की पूर्व नियोजित साजिश बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी के साथ नजर आ रही लड़की जामिया में पढ़ने वाली आयशा रेना है, जो दिल्ली पुलिस के लाठीचार्ज से एक छात्र को बचाने के बाद जामिया प्रोटेस्ट की पोस्टर गर्ल बन गई है।
क्या है वायरल-
फेसबुक यूजर 'राष्ट्रवादी भाई लोकेश तेहरीया' ने तीन तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा है, "राहुल_गांधी के साथ ये वही जिहादिन है जो कल सुरक्षा बलों पर पथराव कर रहे दंगाई को बचा रही थी और भद्दी भद्दी गालिया दे रही थी। राहुल के साथ इसका फ़ोटो देखकर एक बात साफ हो गई कि ये दंगे पूर्ण रूप से सुनियोजित तरीके से कोंग्रेस ओर आम_आदमी_पार्टी के मिलीभगत से हुआ है। आज पूरा देश देख रहा है कितने गद्दार भरे पड़े हैं हमारे बीच में।"
पहली तस्वीर में राहुल गांधी एक हिजाब पहनी लड़की के साथ नजर आ रहे हैं। जबकि बाकी दो तस्वीरों में जामिया की छात्राएं अपने एक सहपाठी छात्र को प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस की लाठीचार्ज से बचाते नजर आ रहे हैं। इनका वीडियो काफी वायरल हुआ था।
क्या है सच-
जब हमने राहुल गांधी वाली तस्वीर को रिवर्स सर्च किया, तो हमें वही तस्वीर एक वेबसाइट
keralakaumudi.com की एक खबर में मिली। इस खबर के मुताबिक, राहुल गांधी मल्लपुरम में एक सरकारी स्कूल के साइंस लैब का उद्धाटन करने पहुंचे थे और इस दौरान उन्होंने अपने भाषण को मलयाली भाषा में ट्रांसलेट करने के लिए वहां मौजूद एक छात्रा को मंच पर बुलाया। उसका नाम सफा फबीन है, जो 12वीं की छात्रा है।
कांग्रेस के यूट्यूब चैनल पर 5 दिसंबर 2019 को इसी कार्यक्रम का वीडियो मिला, जिसमें राहुल गांधी को स्कूल की छात्रा का नाम सफा लेते हुए सुना जा सकता है।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि वायरल दावा फेक है। राहुल गांधी जिस लड़की के साथ नजर आ रहे हैं वह केरल के एक स्कूल की छात्रा है न कि जामिया की छात्रा आयशा रेना।