बीतें दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली दौरे पर थे और उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं से मुलाकात की थी। अब सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश को 2-3 हिस्सों में विभाजित करने और पूर्वांचल को अलग राज्य बनाने पर विचार कर रही है। बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
क्या है वायरल मैसेज में-
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर में लिखा गया है, "उत्तर प्रदेश को दो या तीन हिस्सों में बांटने पर विचार, पूर्वांचल को एक अलग राज्य बनाने पर मंथन किया जा रहा है, विधानसभा चुनाव से पहले विभाजन पर मंथन, आज हुई मोदी और योगी मीटिंग में इस मुद्दे पर सिद्धांतत: सहमति बनने की चर्चा, कुछ देर बाद योगी की राष्ट्रपति के साथ होने वाली मीटिंग भी देखी जा रही। इसी संदर्भ में एके शर्मा की यूपी में तैनाती भी जोड़कर देखी जा रही। जानकार सूत्रों ने बताया कि अगर पूर्वांचल बना तो योगी का घर गोरखपुर भी नए राज्य में आएगा और साथ ही अयोध्या, काशी और मथुरा भी अलग-अलग राज्यों में आ जाएंगे।"
वायरल मैसेज में आगे लिखा गया है, "इससे पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने नवंबर 2011 में प्रपोजल तैयार किया था और यूपी को चार हिस्सों में बांटने का प्रस्ताव भेजा था, तब यूपी को चार राज्यों पूर्वांचल, बुंदेलखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश आदि में बांटे जाने का प्रस्ताव था, लेकिन सपा सरकार बनने के बाद यह प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया। अब एक बार फिर केंद्र सरकार गंभीरता से इस मामले में विचार कर रही है। यूपी विधानसभा में सीएम योगी के पास पूर्ण बहुमत है, जबकि लोकसभा और राज्यसभा में एनडीए के पास बहुमत है, ऐसे में प्रस्ताव को पास करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।"
क्या है सच-
केंद्र सरकार की सूचना एजेंसी पीआईबी (प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो) ने सोशल मीडिया में यूपी के विभाजन की वायरल इस खबर का खंडन किया है। पीआईबी ने ट्वीट कर बताया कि 'एक खबर में दावा किया गया है कि केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश को 2-3 हिस्सों में विभाजित करने और पूर्वांचल को अलग राज्य बनाने पर विचार कर रही है। यह दावा फ़र्ज़ी है। केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश के अलग हिस्से करने से संबंधित कोई विचार नहीं कर रही है।