बुलंदशहर। उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में चिमटे को लेकर शुरू हुआ विवाद संतों की हत्या के बाद जाकर समाप्त हुआ जिसके बाद बुलंदशहर में लोगों में बेहद रोष है। लेकिन वहीं पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करते हुए हत्या के कारणों को जानने का प्रयास किया तो उसने अजीबोगरीब जवाब देते हुए कहा कि भगवान की इच्छा थी इसलिए उसने साधुओं को मार दिया।
उसने यह भी बताया कि उसने तलवार से गर्दन नहीं काटी। साधु का एक डंडा पड़ा था, उसी डंडे से सिर में वार करके हत्या की है। घटना की जानकारी होने के बाद मुख्यमंत्री ने कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं और उनके निर्देश पर मौके पर जिलाधिकारी के साथ समस्त उच्च अधिकारी मौजूद हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बुलंदशहर के अनूपशहर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पगोना निवासी मुरारी उर्फ राजू पुत्र देवीसहाय एक संत का चिमटा उठाकर ले गया था। साधुओं ने उसके घर जाकर नाराजगी जताई थी और साधुओं की इस बात से नाराज हो मुरारी उर्फ राजू घर से चला गया लेकिन देर रात नशे की हालत में मुरारी ने दोनों साधुओं गरीबदास उर्फ जगन दास व शेरसिंह उर्फ सेवादास की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी।
घटना की जानकारी सुबह श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर जाने पर लगी। इसी बीच गांव के ही लोगों ने आरोपित मुरारी को जंगल से भागते हुए पकड़ लिया और पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। घटना को लेकर जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने बताया कि आरोपित अभी नशे में हैं और नशा उतरने के बाद ही ठीक से पूछताछ की जाएगी।
लेकिन इस दौरान उसने पूछताछ में बताया कि भगवान की इच्छा थी इसलिए उसने साधुओं को मार दिया, तो वहीं घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम पगौना, जनपद बुलंदशहर में हुई हत्या की घटना का संज्ञान लेते हुए डीएम, एसएसपी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर घटना के संबंध में विस्तृत आख्या देने व दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने निर्देश दिए हैं।