उत्तरप्रदेश के जौनपुर जिले से दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां भीड़ की पिटाई से बचने के लिए एक शख्स ओवरब्रिज पर चढ़ गया। लगभग 8 घंटे तक उसे उतारने के लिए पुलिस बल और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मशक्कत करती रही, लेकिन वह ओवरब्रिज पर चढ़े शख्स को नीचे नहीं उतार पाई। नतीजा यह रहा कि ब्रिज पर चढ़े युवक ने कूदकर अपनी जान दे दी। इस दर्दनाक घटना को देखकर आसपास खड़े लोगों के होश उड़ गए। ओवरब्रिज से छलांग लगाते हुए शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
आइए अब जानते हैं कि ओवरब्रिज पर यह शख्स क्यों चढ़ा और क्यों कूदा? जौनपुर जिले का नेवादा गांव वाराणसी-लखनऊ हाईवे के नजदीक है। यहां मंगलवार को भोर के समय लगभग 4 बजे अंधेरे समस्तीपुर का रहने वाला मृतक अवनीश अपने एक दोस्त के साथ लाइन बाजार थाना क्षेत्र में घूम रहा था। इस दौरान ग्रामीणों ने दोनों को बच्चा चोर समझकर दौड़ा दिया। इस दौरान अविनाश का साथी ग्रामीणों ने पकड़ लिया जबकि अवनीश ग्रामीणों से बचने के लिए ओवरब्रिज पर चढ़ गया। उसे डर था कि ग्रामीण उसकी पीट-पीटकर हत्या न कर दे।
सूचना मिलते ही फायर बिग्रेड और पुलिस मौके पर पहुंची। ओवरब्रिज पर चढ़े शख्स को नीचे उतरने की मनुहार करती रही। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां उसे नीचे उतारने का प्रयास कर रही थी। जाल लगाया गया, लेकिन सड़क चलने के कारण जाल हटाना पड़ा। यह तमाशा लगभग 8 घंटे से अधिक चला और अंत में ऊपर चढ़े शख्स ने नीचे छलांग लगा दी।
नीचे गिरते ही उसे आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रश्न उठता है कि जौनपुर पुलिस-प्रशासन ओवरब्रिज पर छढ़े एक शख्स के सामने बौना हो गया। उसके पास कोई पुख्ता इंतजाम नहीं था कि अवनीश को जिंदा नीचे उतार सके। पुलिस की लापरवाही और ग्रामीणों के कोप ने एक जिंदगी लील ली है। फिलहाल शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।