कानपुर हिंसा की जांच में पुलिस को सोशल मीडिया पर कुछ हैरान करने वाली पोस्ट मिली है। हिंसा वाले दिन नई सड़क से पाकिस्तान फोन किया गया था। फोन करने वाले शख्स का नाम अतीक खिचड़ी है, जो कानपुर का हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस के मुताबिक एसआईटी की जांच में कुछ नम्बर हिंसा वाले दिन एक्टिव थे, जिनमें से एक मोबाइल एक नम्बर पाकिस्तान बातचीत हो रही थी।
एसआईटी ने इस नम्बर का डाटा फिल्टर कराया तो खुलासा हुआ कि पाकिस्तान में जिस मोबाइल नम्बर से बात हो रही वह डीटू गैंग के सक्रिय सदस्य हिस्ट्रीशीटर अतीक खिचड़ी का है। कानपुर बवाल के बाद से अतीक खिचड़ी फरार है और उसका मोबाइल स्विचऑफ आ रहा है। पुलिस के हाथ सोशल मीडिया की एक वायरल चैट भी लगी है, जिसमें अतीक ने लिखा है कि शेख साहब और बम चाहिए...वायरल है, यह चैट संदेह पैदा करने वाली है, इसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अतीक और पाकिस्तान में बैठे लोगों के बीच कानपुर में हिंसा भड़काने की बात की जा रही है। पुलिस के ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी के मुताबिक पुलिस इस चैट की जांच करवा रही है, उसके बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि चैट का स्क्रीन शॉट अतीक का है या नहीं।
एसआईटी की जांच के बाद यह भी खुलासा हो जाएगा कि 3 जून को कानपुर में भड़की हिंसा नुपुर शर्मा के पैंगबर साहब पर दिए गए बयान के विरोध में थी। पाकिस्तान में बैठे लोगों से मोबाइल पर बातचीत करके बवाल मचाना और उसके बाद हिन्दू बस्तियों को खाली कराना उपद्रवियों का मकसद तो नहीं था। वायरल चैट के स्क्रीन शॉट तो इसी तरफ इशारा कर रहा है, जिसके चलते कानपुर के चंद्रेश्वर हाते को बवाल में निशाना बनाया गया है।
अभी तक कानपुर हिंसा का मास्टर माइंड हयात जफर माना जा रहा है, पुलिस ने हयात जफर हाशमी समेत 58 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल पहुंचा दिया है। इस चैट के सामने आने से पुलिस जांच का दायरा और बढ़ गया है।